मॉरिस जब 23 साल के थे, तब एक जेनेटिक डिसऑर्डर के चलते उनकी आंखों की रोशनी चली गई। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और फिटनेस ( Fitness ) के प्रति जुनून को बरकरार रखा। इसमें उनका साथ दिया उनके वफादार गाइड डॉग मिल्सी ने।
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इयान अब हर रोज मिल्सी के साथ रोज जिम में वर्कआउट करते हैं। इंसान और जानवर की यहीं अनूठी लोगों के लि मिसाल बन गई। इयान बताते हैं कि आंख की रोशनी जाने के बाद वह सदमे में आ गए थे। जिस वजह से उन्होंने जिम से दूरी बना ली ताकि अपने नए लाइफस्टाइल ( Lifestyle ) को अपना सकें।
इयान ने बताया कि आंख की रोशनी जाने के बाद शुरू-शुरू में मेरे लिए एक्सरसाइज ( Exercise ) न करना काफी मुश्किल था। मैं तो ऐसा इंसान हूं जो जिम ( Gym ) जाए बिना रह ही नहीं सकता लेकिन वह दौर ऐसा था जब मुझे खुद नहीं पता था कि मेरी जिंदगी किस ओर जाएगी।
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आखिरकार मैंने धीरे-धीरे फिटनेस अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया और इसमें मेरा साथ दिया मेरे गाइड्स डॉग मिल्सी ने। वह भी मेरे साथ जिम आता है, जहां मिल्सी अपनी गाइड्स डॉग यूके चैरिटी के ऑफिस में अपनी ट्रेनिंग पूरी करता है, वो मेरा साथ भी नहीं छोड़ता है, जिससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला।