ब्लड शुगर कंट्रोल Blood Sugar Control: इंसुलिन प्रतिरोध, प्री-डायबिटीज या टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों को इस तरह के आहार से फायदा हो सकता है क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। भारतीय भोजन में मुख्य रूप से चावल और गेहूं जैसे अनाज शामिल होते हैं। जब हम इन चीजों को कम करते हैं, तो यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
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ज्यादा देर तक भरा हुआ महसूस करना: कम कार्ब वाले आहार (Low carb diet) में आप ज़्यादा प्रोटीन और हेल्दी फैट लेते हैं। ये चीजें ज़्यादा देर तक पेट भरती हैं और आपको बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती, जिससे आप ज़्यादा नहीं खाते और वजन बढ़ने से बचते हैं।
एनर्जी लेवल बढ़ना Increased energy levels: कम कार्ब वाले आहार (Low carb diet) से दिमाग तेज़ हो सकता है और एनर्जी लेवल बना रह सकता है। ऐसा माना जाता है कि शरीर वसा को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने में अधिक कुशल हो जाता है।
ट्राइग्लिसराइड लेवल कम होना Lowering triglyceride levels: कम कार्ब वाले आहार (Low carb diet) ट्राइग्लिसराइड लेवल को कम करने से जुड़े होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
ब्लड प्रेशर कम होना Lowering blood pressure: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कम कार्ब वाले आहार ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
HDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ना Increased HDL: हालांकि प्रभाव अलग-अलग हो सकते हैं, कुछ लोगों में हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) कोलेस्ट्रॉल, जिसे अक्सर “अच्छा” कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, बढ़ जाता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है:
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– हर किसी के लिए कम कार्ब वाला आहार सही नहीं होता।
– अपने खाने की आदतों और लाइफस्टाइल को ध्यान में रखें।
– यह सुनिश्चित करें कि आपका आहार पौष्टिक और संतुलित हो।
तो कम कार्ब वाला आहार अपनाने से पहले डॉक्टर या डायटीशियन से बात करें और देखें कि यह आपके लिए सही है या नहीं।