अध्ययन में 18 से 30 साल की 30 महिलाओं को लिया गया। उन्हें तीन तरह का नाश्ता दिया गया – प्रोटीन (Protein) से भरपूर, कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) से भरपूर, और बिल्कुल नाश्ता ना करना। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रोटीन से भरपूर नाश्ता (Protein rich breakfast) लेने वाली महिलाओं को ज़्यादा भूख नहीं लगती थी और वे ज़्यादा ध्यान दे पाती थीं। लेकिन पूरे दिन में उन्होंने जितनी कैलोरी ली, वो बाकी महिलाओं से कम नहीं थी।
इस शोध का मकसद ये पता लगाना था कि क्या प्रोटीन से भरपूर नाश्ता मोटापा कम (Protein-rich breakfast helps reduce obesity) करने में मदद करता है। शोध के नतीजे ये बताते हैं कि नाश्ता कितना भी अच्छा क्यों ना हो, सिर्फ उससे ही वजन कम होना आसान नहीं है।
अध्ययन करने वाली प्रोफेसर मेटे हैनसेन का कहना है, “हमने पाया कि स्कायर (एक तरह का दही) और ओट्स से बना प्रोटीन से भरपूर नाश्ता लेने से भूख कम लगती है और दिमाग़ तेज़ चलता है, लेकिन पूरे दिन में खाने की मात्रा कम नहीं होती।”
हालांकि ये शोध ज़रूरी जानकारी देता है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं भी हैं। इसमें सिर्फ जवान और ज़्यादा वजन वाली महिलाओं को ही शामिल किया गया और ये शोध कम समय के लिए ही किया गया।
अब आगे और शोध किए जा रहे हैं, जिनमें प्रोटीन से भरपूर (Protein rich breakfast) और कम प्रोटीन वाले नाश्ते की तुलना की जाएगी। इन शोधों से शरीर के आकार, पाचन तंत्र के बैक्टीरिया, और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर पर होने वाले असर के बारे में और जानकारी मिल पाएगी।
तो याद रखें, सिर्फ नाश्ता अच्छा करने से ही वजन कम नहीं हो जाता। सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम ज़रूरी है।