विदिशा

न हम सुरक्षित हैं, न हमारी बेटियां, कलेक्टर साहब हमें बंदूक का लाइसेंस दे दो!

जानिए, विदिशा कलेक्टर के पास क्यों महिलाएं पहुंची बंदूक का लाइसेंस मांगने

विदिशाJun 12, 2019 / 08:19 pm

Pawan Tiwari

विदिशा. मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह के अंदर रेप की कई वारदात सामने आई हैं। इन घटनाओं में दरिदों ने मासूम बच्चियों को अपना शिकार बनाया है। इन घटनाओं से पूरे प्रदेश में ऊबाल है, घटना में शामिल आरोपियों के लिए फांसी की मांग हो रही है।
 

वहीं, मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की कुछ महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए कलेक्टर से बंदूर का लाइसेंस मांगा है। इन महिलाओं का मानना है कि यहां न मासूम बच्चियां सुरक्षित हैं और न महिलाएं। ऐसे में अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी तो इसके लिए हमें बंदूक चाहिए। बंदूक रखने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है तो महिलाएं आवेदन लेकर कलेक्टर के ऑफिस में पहुंच गईं।
 

दरअसल, उज्जैन और भोपाल के बाद मध्यप्रदेश के कई दूसरे हिस्सों से भी बालात्कार की खबरें आईं। उज्जैन में दरिदें ने पांच साल की बच्ची से रेप किया और उसकी हत्या कर दी। राजधानी भोपाल में भी आठ साल की बच्ची से रेप की बाद हत्या कर दी। दोनों ही घटनाओं में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
 

लेकिन इन दो घटनाओं ने पूरे प्रदेश में एक भय का माहौल बन गया है। विदिशा की महिलाएं इस भय की वजह से कलेक्टर ऑफिस में पहुंची। उन्हीं महिला में से एक टीना कुरैशी ने बताया कि रेप और हत्या की खबरें सुनकर इन दिनों डर सता रहा है। हमें हर पल अपनी बेटी की चिंता सताती रहती है। अगर घर आने में बेटी को देर हो जाता है तो किसी अनहोनी का डर लगा रहता है। साथ ही घर में अकेली रह रहीं मिहिलाओं को भी यही डर सताता है। हम अपनी रक्षा स्वंय करें, इसीलिए बंदूक की मांग कर रहे हैं।
vidisha collector
 

मांग रही थी लोन
बंदूक खरीदने के लिए महिलाओं ने कलेक्टर से लोन दिलवाने की मांग भी की। इस पर कलेक्टर ने कहा कि बंदूक के लिए लोन नहीं मिलता है। दरअसल, ये महिलाएं चाहती थीं कि उन्हें लाइसेंस भी मिले और बंदूक खरीदने के लिए बैंक से लोन।
vidisha collector
 

ये महिला सशक्तिकरण
वहीं, महिलाओं के द्वारा बंदूक लाइसेंस की मांग पर विदिशा कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह ने कहा कि ये महिला सशक्तिकरण का प्रमाण है। अब महिलाएं भी लाइसेंस मांग रही है। उन्होंने कहा कि हथियार लाइसेंसे के लिए कोई भी आवेदन दे सकता है। चाहे पुरुष हो या महिला।

Hindi News / Vidisha / न हम सुरक्षित हैं, न हमारी बेटियां, कलेक्टर साहब हमें बंदूक का लाइसेंस दे दो!

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.