अभी तक प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने के लिए क्रेता और विक्रेता को संपदा ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर के पास संपत्ति की जानकारी देेकर स्लॉट बुक कराना पड़ता है। सर्विस प्रोवाइडर प्रॉपर्टी की लोकेशन सिलेक्ट करते है। इसमें लोकेशन की हेराफेरी कर पंजीयन शुल्क चोरी की आशंका रहती थी, जिसे खत्म कर व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए 2960 लोकेशन की जियो टेगिंग की गई हैं। ताकि सैटेलाइट के जरिए प्रापर्टी देखकर रजिस्ट्री की जा सके। यह व्यवस्था एक अप्रेल से लागू हो रही हैं।
जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में 2960 में से 563 लोकेशन पर डेवलपमेंट को देखते हुए प्रॉपर्टी की कीमत लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। जिसमें जिले के शहरी क्षेत्र की 980 लोकेशन पर प्रॉपर्टी की कीमत में 1.49 प्रतिशत (औसत) और ग्रामीण क्षेत्र की 1980 लोकेशन पर प्रॉपर्टी की कीमत 0.92 प्रतिशत (औसत) बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया हैं। जिले में प्रॉपर्टी की कीमतों की औसत वृद्धि 1.21 प्रतिशत प्रस्तावित है। इसके अलावा कृषि भूमि की कीमतों में 0.94 प्रतिशत की औसत वृद्धि प्रस्तावित है। बैठक में समिति के सभी सदस्यों की सहमति से केन्द्रीय मूल्यांकन बोर्ड भेजा गया है।
रजिस्ट्री से वर्ष 2023-24 में 133 करोड़ रूपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया था, 29 फरवरी तक 113 करोड़ रूपए राजस्व वसूल हो चुका है। शासन ने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मार्च माह में सिर्फ 25 मार्च को होली का अवकाश रखा है। शनिवार व रविवार सहित सप्ताह भर पंजीयन कार्यालय खुले रहेंगे।
जिले में 2960 लोकेशन की जियो टेगिंग
जिले में 2960 लोकेशन की जियो टेगिंग हुई है। अब रजिस्ट्री के समय सैटेलाइट से प्रॉपर्टी की जांच की जाएगी। जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में सर्व सहमति से निमानुसार प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव केन्द्रीय मूल्यांकन बोर्ड भेजा है। जिसकी जानकारी जिला पंजीयक व उप पंजीयक कार्यालय में उपलब्ध हैं। 5 मार्च तक दावे आपत्ति कर सकते हैं।