आपको बता दें कि, सुबह से चल रही कथा पर अटकलों पर विराम लगाते हुए दोपहर करीब 3 बजे पंडित प्रदीप मिश्रा ने सात दिवसीय कथा का चौथे दिन ही समापन करने की घोषणा कर दी थी। बताया जा रहा है कि हाथरस में हुई घटना के बाद उनके कथा स्थल पर फैली अव्यवस्थाओं को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने कथा के समापन की घोषणा की थी।
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एक घंटे में पलटा फैसला
लेकिन, कथा के दौरान ही कुछ देर बाद उन्होंने कथा सुनने आई भीड़ से सवाल कर दिया कि ‘क्या आप लोग कथा सुनने के दौरान परेशान हो रहे हैं ?’ इसपर भीड़ से एक सुर में जवाब आया- ‘नहीं’। उन्होंने अगला सवाल किया कि ‘क्या कथा का समापन कर देना चाहिए।’ इसपर भी भीड़ से जवाब आया- ‘नहीं’। भीड़ की इस प्रतिक्रिया को सुनकर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि ‘तो फिर फैसला हो गया, प्रसासनिक दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अब ये कथा पूरे सात दिन यथावत जारी रहेगी।’पहले की थी कथा समापन की घोषणा
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की मध्य प्रदेश के विदिशा में सोमवार से चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण कथा की घोषमा की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के हाथरस की कथा के दौरान मची भगदड़ के बाद हुई मौतों के चलते चौखे दिन ही कथा के समापन की घोषणा कर दी थी। इसके पीछे आयोजकों द्वारा कारण बताया गया था कि कथा स्थल खेत पर बनाया गया है। ऐसे में क्षेत्र में जारी बारिश के चलते पंडाल के भीतर कीचड़ और गंदगी का अंबार लग गया है। ऐसे में किसी अप्रीय घटना को मद्देनजर रखते हुए पहले कथा कैंसिल करने का फैसला लिया गया था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। यह भी पढ़ें- MP Budget 2024 : मोहन सरकार ने युवाओं के लिए खोला पिटारा, इस विभाग में मिलेंगी बंपर नौकरियां