बता दें कि, सोमवार से विदिशा बाईपास पर स्थित कॉलोनी में पंडित प्रदीप मिश्री की कथा चल रही थी, जिसे सुनने भारी बारिश के बीच हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। हालात ये रहे कि पंडाल में जगह ना होने के बावजूद हजारों की संख्या में लोग बारिश और कीचड़ में पंडाल के बाहर भीगते हुए कथा सुन रहे थे। इसे लेकर सामाजिक संस्थाओं ने अव्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग में ज्ञापन भी सौंपा था। ज्ञापने के जरिये प्रशासन पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगाया गया था। हालांकि, अब हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद किसी अन्य बड़े हादसे से बचने के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा की विदिशा में शुक्रवार से होने वाली कथा को निरस्त करने का फैसला लिया है। इस संबंध में आज की कथा के दौरान खुद पंडित प्रदीप मिश्रा ने चौथे दिन ही कथा के समापन की घोषणा की है।
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