विदिशा में सोमवार को अनूठा नजारा दिखाई दिया। यहां की बाइपास स्थित कॉलोनी में पंडित प्रदीप मिश्रा Pandit Pradeep Mishra की शिव महापुराण में शिव भक्तों का मानो सैलाब उमड़ पड़ा। तेज बरसात के कारण कथा स्थल और पंडाल में कीचड़ पसरी थी लेकिन किसी को इससे कोई दिक्कत नहीं थी। हजारों लोग गंदे पानी और कीचड़ से सने पंडाल में बैठकर सहज भाव से कथा सुनते रहे।
यह भी पढ़ें : Ladli Behna Yojana : एमपी में लाड़ली बहनों को कब मिलेंगे 3 हजार रुपए, सामने आया बड़ा अपडेट पंडित प्रदीप मिश्रा इन दिनों राधा रानी (Radha Rani) और ताप्ती नदी (Tapti River) पर की टिप्पणियों के कारण विवादों में घिरे हैं लेकिन विदिशा (Vidisha) में उनकी कथा (Katha) में इन विवादों का कोई असर दिखाई नहीं दिया। कथा के दूसरे दिन सोमवार को भी लोग तेज बारिश के बावजूद कथा सुनने में तल्लीन दिखे। पंडाल के बाहर भी हजारों लोग बरसात में भीगते हुए कथा सुनते रहे।
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पंडाल के अंदर कीचड़ और पानी में बैठे तथा बाहर बरसात में भीगते लोगों को देखकर कथा सुना रहे पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ से उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि, ऐसे होते हैं असली शिव भक्त!
पंडाल के अंदर कीचड़ और पानी में बैठे तथा बाहर बरसात में भीगते लोगों को देखकर कथा सुना रहे पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ से उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि, ऐसे होते हैं असली शिव भक्त!