विदिशा शहर में बाढ़ वाले गणेश मंदिर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उस समय बाल-बाल बच गए जब सीढ़ियां फिसलने से वे गिरते-गिरते बच गए। उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें थाम लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह के साथ गणेशोत्सव के समापन मौके पर गणेश य में पूर्णाहुति देने आए थे।
हमेशा की तरह इस बार भी गणेशोत्सव के समापन पर गणेश यज्ञ की पूर्णाहूति और अखंड रामायण पाठ के समापन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ वाले गणेश मंदिर पहुंचे और अनुष्ठान में शामिल हुए। इस मौके पर रामायण पाठ के बाद मंच से उतरते समय लोहे की सीढिय़ां चिकने फर्श पर फिसल गईं, जिससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाल बाल बच गए।
उन्होंने तत्काल वहां का पिलर पकड़ लिया। साथ में पत्नी साधना सिंह भी थीं। पल भर में यह सब हो गया, जिससे रामचरित मानस के मंच का माइक खामोश हो गया और चौतरफा सन्नाटा छा गया। बाद में शिवराज सिंह और साधना सिंह नीचे उतरे और सीधे गणेश यज्ञ की पूर्णाहूति में शामिल हो गए। लेकिन, इस घटना को लेकर काफी देर तक चर्चा चलती रही।
दरअसल मंच पर चढऩे-उतरने के लिए लोहे की सीढियां अलग से रखकर उसे रस्सियों से बांधा गया था, लेकिन, उनका निचला बेस चिकने फर्श पर रखा होने से जैसे ही शिवराज सिंह मंच से उतरने लगे तो वह फिसल गया और मुख्यमंत्री असंतुलित होकर गिरते-गिरते बचे। इसके साथ ही पूरा मंच भी असंतुलित हुआ और फिर भगवान की तस्वीरों को भी तत्काल वहां से हटाना पड़ा।