जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी अगर आपको मिलती है तो क्या आप तैयार हैं? उनका जवाब था कि पार्टी का कार्यकर्ता हूं, अगर झाडू लगाने कहा जाएगा तो वह भी करुंगा। आरएसएस की बैठक में भागवत से मुलाकात हुई, उन्होंने क्या कहा? इस सवाल पर विजयवर्गीय ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
उन्होंने पद्मावती फिल्म के बारे में भी कोई टिप्पणी करने से मना किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि जब भी फिल्मकार फिल्म बनाएं तो इस बात की चिन्ता जरूर करें कि लोगों की भावनाएं आहत न हों।
विजयवर्गीय की वापसी की चर्चा तेज
हाल ही में उज्जैन में हुई संघ की बैठक में भी कैलाश विजयवर्गीय को अध्यक्ष बनाने की चर्चा चली थी। मध्यप्रदेश में मंत्री रह चुके कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा के केंद्रीय संगठन में महामंत्री है। उन्हें विभिन्न राज्यों का भी प्रभार देकर चुनाव लड़ा गया था। सूत्रों के मुताबिक कैलाश विजयवर्गीय को मध्यप्रदेश में फिर सक्रिय करने की खबरें हैं। उनकी जगह मध्यप्रदेश के दिग्गज नेताओं को राष्ट्रीय संगठन में शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार इस बार नए चेहरों को भी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस फेरबदल में उन लोगों को भी जिम्मेदारी मिल सकती है जिन्होंने पिछले लगातार दो चुनावों में भाजपा को जीत दिलाई है। जब कैलाश विजयवर्गीय का नाम बीजेपी अध्यक्ष के लिए चर्चाओं में आने लगा तो उन्होंने कहा था कि हवाई बातों को हवा में ही रहने दो। वो एक दिन उड़ते-उड़ते धककर बैठ जाएगी।