बिचौलियों के हटने से बढ़ गया निर्यात एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने ताजे गुलाब के फूलों की खेप को वाराणसी एयरपोर्ट से हरी झंडी दिखाकर खाड़ी देश (यूएई) के लिए रवाना किया। पूर्वांचल क्षेत्र की अग्रणी निर्यातक कंपनी एवं किसानों के समूह मेसर्स नॉर्थ एग्रो फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने निर्यात किया, जबकि मैसर्स सेवराई फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और मेसर्स जमानिया फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने फूलों को निर्यात करने लायक तैयार किया। एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि उत्तर प्रदेश वित्त वर्ष 2022-23 में 18991.43 करोड़ रुपये के साथ पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक राज्य था। एपीडा के अथक प्रयासों से मात्र 8 माह (अप्रैल 23 – 23 सितंबर) में 10620 करोड़ रुपये का कृषि निर्यात कर तीसरा पायदान हासिल करने में सफल रहा है । वित्तीय वर्ष 2023-24 में गुजरात 27434.61 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ पहले एवं महाराष्ट्र 19899.12 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है। इस व्यवस्था ने बिचौलियों को खत्म कर दिया जिसकी वजह से किसने खुश हैं। योगी सरकार बिचौलियों को हटाकर किसानों को उद्यमी बना रही है।
किसानों को उद्यमी बना रही योगी सरकार एपीडा के चेयरमैन ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान को ध्यान में रखते हुए एपीडा स्थानीय स्तर पर प्राप्त कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो 2019 में लगभग शून्य निर्यात से बढ़कर वर्ष 2023-24 के केवल 8 महीनों में 598 मीट्रिक टन हो गया है। वाराणसी में एलबीएसआई हवाई अड्डे से नवंबर 2023 में मासिक 100 मीट्रिक टन से अधिक अभूतपूर्व कृषि निर्यात हुआ है।
हरी मिर्च से लेकर अदरक तक गई है खाड़ी देश यूपी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए, स्वदेशी और जीआई टैग वाले कृषि उत्पादों को निर्यात करने के लिए निर्बाध प्रयास किए गए हैं। विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पाद जैसे ताजे फल और सब्जियां (हरी मिर्च, आम, भिंडी, आलू, सिंघाड़ा, करौंदा, केला, जिमीकंद, कुंदरू, लौकी, परवल, अरवी, अदरक आदि), गेंदे का फूल, चावल आदि को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया गया है, जो वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए पूर्वांचल की क्षमता को प्रदर्शित करता है।