नाटी इमली की विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप में यादव समाज की भी भूमिका होती है। पुष्पक विमान को अपने कंधे पर उठाने के साथ प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण व शत्रुघन को कंधे पर घुमाने की जिम्मेदारी इसी समाज की होती है। सालों से पराम्परागत ढंग से यह काम होता आया है। भरत मिलाप के पहले ही इस बात की अटकले लगने लगी थी कि समाज के लोग काली पट्टी बांध कर पुष्पक विमान को उठा कर अपना विरोध दर्ज करायेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यादव समाज ने परम्परागत ढंग से ही पुष्पक विमान को उठाया। भारत मिलाप में ही समाज के कुछ लोगों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करके अपना विरोध प्रदर्शन किया। यादव समाज के लोगों ने कहा कि बीजेपी सरकार में यादव व अन्य पिछड़ा लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है। भरत मिलाप में विरोध कर हम लोग केन्द्र व यूपी सरकार को संदेश देना चाहते हैं। लोगों ने पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। कहा ऐसा करके सरकार हम लोगों तक कार्रवाई करने का संदेश दे सकती है। लोगों ने कहा कि यूपी पुलिस गलत तरीके से जाति विशेष लोगों का एनकाउंटर कर रही है। मीडिया ने पूछा कि इस ऐतिहासिक भरत मिलाप में पहली बार इस तरह का विरोध दर्ज कराया जा रहा है तो यादव समाज के लोगों कहा कि यूपी में पहली बार इस तरह एनकाउंटर के नाम पर लोगों की हत्या की जा रही है।
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