ठंड का मौसम इन दिनों प्रचंड फार्म में चल रहा है। गलन का यह आलम है कि राहत के सारे उपाय बेकार साबित हो रहे हैं। सुबह के समय सबसे अधिक सर्दी परेशान कर रही है। दिन में धूप निकलने से भी गलन से राहत नहीं मिल रही है। मौसम के सख्त तेवर ने अच्छे-अच्छे लोगों के होश उड़ा दिये हैं। मौसम विभाग ने पहले ही कड़ाके की ठंड पडऩे का अनुमान लगाया था जो सही साबित हो रहा है। उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसका असर पूर्वांचल पर पड़ा है और लगातार तामपान में गिरावट हो रही है। बर्फीली हवाओं ने लोगों का सुकून छीन लिया है। सबसे अधिक दिक्कत बच्चों व बुजुर्ग लोगों को हो रही है, जिनके स्वास्थ्य पर कड़ाके की ठंड का मौसम भारी पड़ रहा है।
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अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि अभी राहत मिलने की संभावना कम है। ३० दिसम्बर तक मौसम का यही हाल रहने की संभावना है उसके बाद जम्मू कश्मीर पर आने वाले पश्चिमी विक्षोभ का असर यहां पर आ सकता है, जिसके चलत तापमान में बढ़ोतरी होगी। बारिश होने की कम संभावना है। फिर जब मौसम साफ होगा तो कड़ाके की ठंड का असर दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है इसलिए ठंड भी अच्छी पड़ रही है।
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मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि अभी राहत मिलने की संभावना कम है। ३० दिसम्बर तक मौसम का यही हाल रहने की संभावना है उसके बाद जम्मू कश्मीर पर आने वाले पश्चिमी विक्षोभ का असर यहां पर आ सकता है, जिसके चलत तापमान में बढ़ोतरी होगी। बारिश होने की कम संभावना है। फिर जब मौसम साफ होगा तो कड़ाके की ठंड का असर दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है इसलिए ठंड भी अच्छी पड़ रही है।
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