बीती देर रात से ही आसमान में बादलों ने डेरा डाला हुआ था। सुबह के समय भगवान भास्कार के दर्शन नहीं हुए थे। जम्मू कश्मीर पर आये पश्चिमी विक्षोभ का असर हुआ कि गरज-चमक के साथ कुछ देर के लिए हल्की बारिश हुई। उसके बाद धूप व बादलों के बीच आंख मिचौनी चलती रही। जनवरी के अंतिम सप्ताह में पानी बरसने से ठंड की फिर से वापसी होनी तय हो गयी है। पश्चिमी विक्षोभ की चलते पहाड़ों पर बर्फबारी भी हुई है। दिल्ली व पश्चिमी यूपी में अच्छी बारिश होने से वहां का मौसम बदल गया है। बादल छाये रहने से पहाड़ों से ठंडी हवा अभी पूर्वांचल में नहीं आ रही है। 29 के बाद जब मौसम साफ होगा तो फिर से कोल्ड फ्रंट अपना असर दिखायेगा। घना कोहरा पडऩे के साथ तापमान में गिरावट होगी।
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जानिए क्या कहा मौसम वैज्ञानिक ने
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि दो दिन पानी बरसने की संभावना है। पूर्वांचल में अधिक बारिश होने की उम्मीद नहीं है। गरज-चमक के साथ ही पानी बरसेगा। पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही पूर्वांचल का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जायेगा। इसके बाद ठंडी हवा यहां पर पहुंचेगी तो गलन में वृद्धि होगी।
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मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि दो दिन पानी बरसने की संभावना है। पूर्वांचल में अधिक बारिश होने की उम्मीद नहीं है। गरज-चमक के साथ ही पानी बरसेगा। पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही पूर्वांचल का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जायेगा। इसके बाद ठंडी हवा यहां पर पहुंचेगी तो गलन में वृद्धि होगी।
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