चौक क्षेत्र से निकला भक्तों का हुजूम मां शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का समूह चौक क्षेत्र स्थित एक छवि गृह के समीप एकत्रित हुए और हाथों में पूजन सामग्री, माला-फूल, प्रसाद, नारियल, ध्वज लेकर माता की जयकार करते हुए बाबा महामशानेश्वर महादेव मंदिर, मणिकर्णिका घाट के व्यवस्थापक गुलशन कपूर के नेतृत्व में ज्ञानवापी पहुंचे। वहां पहुंच कर सर्वप्रथम माता का ज्ञानवापी कूप के जल से स्नान कराया, फिर गुलाब, अड़हुल और बेला के फूल से शृंगार किया। उसके बाद माता को सिंदूर अर्पण करके विविध मिष्ठान का भोग लगाकर आरती की गई। फिर सभी भक्तों ने हाथों में नारियल लेकर मंदिर की परिक्रमा की व नारियल चढाया और माता रानी से विश्व कल्याण,करोना महामारी से मानव समाज की रक्षा तथा मां शृंगार गौरी के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रार्थना की।
2004 तक तकरीबन कैद रहा मां का दरबार बता दें कि काशी के श्रद्धालुओं ने वो दिन भी देखा है जब ज्ञानवापी स्थित माता शृंगार गौरी को मानों कैद कर लिया गया हो। वहां दर्शन पूजन सब बंद हो गया था। मंदिर को खुलवाने के लिए काशीवासियों ने लंबा संघर्ष किया, तब जा कर 2004 में एक दिन के दर्शन पूजन के लिए मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी को तभी से आज तक इस परंपरा को काशीवाशी निभाते चले आ रहे हैं।
अब वर्षपर्यंत होगा दर्शन-पूजन बाबा महामशानेश्वर महादेव मंदिर, मणिकर्णिका घाट के व्यवस्थापक गुलशन कपूर ने बताया कि वर्ष में एक दिन के लिए खुलने वाले इस ज्ञानवापी स्थित माता शृंगार गौरी का दर्शन अब आम जनमानस वर्ष पर्यंत कर सकेगा। ऐसा यहां के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व शहर दक्षिणी के विधायक नीलकंठ तिवारी के प्रयास से ये सुलभ हो पाया है। इस कारण आज की यह दर्शन यात्रा आभार यात्रा के रूप में निकली जिसमें काशीवाशी हाथों में धन्यवाद व आभार लिखा पोस्टर लिए हुए थे। पूजन कार्य माता शृंगार गौरी व ज्ञानवापी के सेवइत प.योगेन्द्र नाथ व्यास (बुल्ली) व जितेंद्न नाथ व्यास ने सम्पूर्ण कराया।
शोभायात्रा व पूजन में ये रहे शामिल इस शोभायात्रा और पूजन में गुलशन कपूर के साथ पं.विजय शंकर पांडेय, जंन्त्रलेश्वर, राजेश गुप्ता, अश्विनी पांडेय, संजय गुप्ता, नीरज गुप्ता, नीतू सिंह, रजनी यादव, आरती शर्मा, रेखा यादव आदि शामिल रहे।