पूर्वांचल की मिटटी की उपज है बनारसी लंगड़ा आम, सीएम करेंगे रवाना पूर्वांचल की मिटटी की उपज बनारसी लंगड़ा आम को हाल ही में जीआई टैग भी मिला है। इसके बाद यह आम अब दुबई में अपनी मिठास फैलाएगा। वाराणसी से यह 26 मार्च को सीधे दुबई के लिए उड़ान भरेगा। अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार तैयार पेरिशेबल फ़ूड उत्पाद को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनानाथ पहली बार हरी झंडी दिखाकर विदेश रवाना करेंगे।
किसानों की आय होगी दोगुनी एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ सीबी सिंह ने बताया कि सरकार किसान उद्यमियों के बीच से बिचौलियों को हटाकर उन्हें निर्यातक बनाने में जुटी है। जिससे किसानों की आय दोगुनी होगी। इसके लिए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) लगातार प्रयास कर रहा है। पैक हाउस से एक्सपोर्ट के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस होगा। यहां अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार पेरिशेबल फ़ूड उत्पाद को तैयार किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश का तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस इंटीग्रेटेड पैक हाउस जल, थल और नभ से निर्यात करने के लिए उचित संसाधनों से लैस है। 15.78 करोड़ की लागत से लगभग 4461 स्क्वायर फिट एरिया में पैक हाउस बनकर तैयार हो चुका है। यहाँ किसान उद्यमियों को इंटरनेशनल मार्केट की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सहारनपुर ,लखनऊ के बाद उत्तर प्रदेश का वाराणसी में ये तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस होगा।
पहले लंगड़ा आम फिर दुबई के लोग चखेंगे पूर्वांचल की तीखी हरी मिर्च का स्वाद एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ सीबी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा पैक हाउस से पहली बार फ्लैग ऑफ होने वाले जीआई व अन्य उत्पादो में 4 से 5 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा आम वाराणसी एयरपोर्ट से शारजाह जाएगा। 30 से 35 मीट्रिक टन हरी मिर्च, 40 फिट रेफेर कंटेनर से पानी के जहाज से मुंबई के रास्ते दुबई और दोहा जाएगा। इसके अलावा भिंडी समेत अन्य उत्पाद भी भेजने की तैयारी है।
क्या होता है पैक हाउस पैक हाउस का सबसे अहम काम उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार करना है। अलग-अलग देशों की अलग अलग तरह की डिमांड होती है। उनके डिमांड को पूरा करने के लिए पैक हाउस काम करता है। पूर्वांचल में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एपीडा निर्यात के लिए सक्रिय है। एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ सी.बी.सिंह ने बताया कि इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का प्रोडक्ट तैयार करने के लिए इंटीग्रेटेड पैक हाउस में फलों और सब्जियों को कई प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है। जिससे उनकी ताज़गी, स्वाद और अन्य गुण बरक़रार रहता है। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है की इन उत्पादों में कीट और किसी भी तरह की बीमारी न हो। इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फ़ूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट में लगे उपकरण स्वेदशी हैं। ख़ास तौर पर बनारसी लंगड़ा आम को वेपर हीट और हॉट वाटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया से गुजरान पड़ता है, तब कही जाकर लंगड़ा आम विदेशों भेजने लायक बनेगा।