स्पर्श दर्शन के दौरान अरघे में गिरे थे दो भक्त
वहीं फिलहाल इस घटना के बाद भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालु आराम से काशी विश्वनाथ का दर्शन कर सके इसके लिए व्यवस्थाओं में भी बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था के अनुसार अगले आदेश तक सिर्फ गर्भगृह के बाहर अरघा लगाकर सिर्फ झांकी दर्शन ही होंगे।बता दें कि स्पर्श दर्शन पर फिलहाल पूरी तरह रोक रहेगी। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी है।दरसअल, सोमवार 7 अक्टूबर की शाम गर्भगृह में स्पर्श दर्शन के दौरान दो भक्त बाबा विश्वनाथ के अरघे में गिर गए थे। इसमें एक महिला भी शामिल थी। अव्यवस्था की यह तस्वीर गर्भगृह में लगे लाइव स्ट्रीमिंग कैमरे में कैद हो गई जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
स्पर्श दर्शन पर रोक, सबके लिए सिर्फ झांकी दर्शन
वीडियो वायरल होने के बाद लोग सवाल उठाने लगे कि एक ओर वीवीआइपी और बड़े दानदाताओं को अच्छे से स्पर्श दर्शन कराया जा रहा है। दूसरी तरफ आम श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जाती। किरकिरी होते देख मंदिर प्रशासन ने एक बयान जारी कर इस घटना पर खेद जताया और बताया कि सप्तऋषि और श्रृंगार आरती के मध्य गर्भगृह का कपाट खोला गया था।अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ अनियंत्रित होकर गर्भगृह के अंदर प्रवेश कर गई, जिसकी वजह से दो श्रद्धालु गिर पड़े। इसी घटना का लाइव वीडियो वायरल हो गया। घटना का संज्ञान लेकर मंदिर प्रशासन ने झांकी दर्शन तक सीमित किया है। अगले आदेश तक इन्हीं दोनों व्यवस्थाओं के तहत ही अब सबके लिए दर्शन का इंतजाम बना रहेगा।