घूमने के लिए स्कूटी चुराती थीं स्कूली छात्राएं
15 वर्षीय दोनों छात्राओं ने पुलिस को बताया कि उनका स्कूटी चलाने और उससे घूमने का मन था। इसलिए वह स्कूटी चुरा कर स्कूल के समय में उससे घूमती थीं। जब घर जाना होता था तो वह स्कूटी को बनारस रेलवे स्टेशन के वाहन स्टैंड में खड़ा कर देती थीं। दोनों को अदालत में पेश करने के बाद पुलिस उन्हें रामनगर स्थित बाल सुधार गृह ले गई। वहां जगह न होने पर दोनों को बाराबंकी स्थित बाल सुधार गृह के लिए रवाना कर दिया गया।
दर्जनों सीसी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद ट्रेस हुई छात्राएं
कबीर नगर कॉलोनी में अपार्टमेंट के द्वितीय तल पर रहने वाली एक महिला ने भेलूपुर थाने की पुलिस को गत नौ सितंबर को सूचना दी। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 9.30 बजे स्कूल ड्रेस पहने हुए एक छात्रा उनके फ्लैट में आई। उसने कहा कि उसका कुछ सामान ऊपर के तल पर चढ़ाना है। इसलिए उनकी स्कूटी को एक किनारे खड़ा करना है।महिला चिकित्सक ने सोचा कि लड़की स्कूल ड्रेस में है तो उनकी बिल्डिंग में ही रहती होगी। उन्होंने उसे स्कूटी की चाबी दे दी। उन्हें थोड़ी देर बाद पता लगा कि वह छात्रा उनकी स्कूटी लेकर भाग गई है। इंस्पेक्टर भेलूपुर विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चौकी प्रभारी दुर्गाकुंड प्रशांत शिवहरे, प्रशिक्षु दरोगा रोशन सिंह व शिखा गोड़ की टीम सीसी फुटेज की मदद से जांच शुरू की। 63 सीसी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद दोनों छात्राएं चिह्नित हुईं और उन्हें उनके घर जाकर पकड़ा गया।
कई अपार्टमेंट जाकर मांग चुकी थी चाबी
पुलिस की पूछताछ में दोनों छात्राओं ने बताया कि वह घर से पढ़ने के लिए निकलती थी तो स्कूल नहीं जाती थीं। अलग-अलग इलाके के अपार्टमेंट में जाकर लोगों से उनकी स्कूटी किनारे करने के लिए चाबी मांगती थीं। मगर, लोग उन्हें मना कर देते थे। कबीर नगर कॉलोनी में महिला आसानी से उन्हें चाबी दे दी तो उनकी स्कूटी से चार दिन वह शहर में घूमीं।