ताम्रपत्रों में है उल्लेख बीएचयू के पुरातत्वविद डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि, यहां स्थित मंदिर का उल्लेख गड़वाल ताम्रपत्रों में है। बावड़ी का मुंह दोहरा है, एक में पानी इकट्ठा होकर दो कुओं में जाता है। कुण्ड के एक ताखे पर भगवान सूर्य का प्रतीक चक्र बना है।
यह भी पढ़े – टैक्स चोरी मामले में कन्नौज के परफ्यूम कारोबारी पीयूष जैन को मिली जमानत हर-हर महादेव के घोष से गूंजा संतान प्राप्ति की कामना के लिए शुक्रवार को देश के कई हिस्सों से लाखों लोगों की भीड़ लोलार्क कुंड में स्नान के लिए पहुंच गई थी। स्नान जैसे ही आरंभ हुआ समूचा लोलार्क कुंड परिक्षेत्र हर-हर महादेव के घोष से गूंज उठा। भदैनी स्थित लोलार्क कुंड में स्नान के लिए तीन तरफ से कतारें लगी थीं।
यह भी पढ़े – सीएम योगी नाराज, ड्यूटी में लापरवाही के लिए 73 अफसरों को नोटिस, होगा ऐक्शन लोलार्क कुंड में नहाने को जुटी भीड़ एक कतार लंका से अस्सी होते हुए भदैनी पहुंच रही थीं तो दूसरी रविंद्रपुरी से शिवाला होते हैं वहीं तीसरी कथा सोनारपुरा होते हुए बोर में गोदौलिया तक पहुंच गई थी। विगत दो वर्षों में स्नान बाधित रहने से इस वर्ष कहीं अधिक भीड़ रही। ऐसी मान्यता है कि, लोलार्क षष्ठी के दिन लोलार्क कुंड में स्नान करने से ही संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है।