मंडुवाडीह थाना क्षेत्र से शनिवार को स्कूल से घर निकली तीन छात्राओं के लापता होने के बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। तीनों छात्राएं स्कूल के बाद ऑटो पकड़ कर लोहता चली गई और वहां से वह लंका घूमने लगींं। दुर्गाकुंड पर उन्हें तीन युवक शाहिद, मो. शकलेन और फैजान मिले जिन्होंने उन लड़कियों को रात में दशाश्वमेध स्थित सूर्योदय डीलक्स पेइंग गेस्ट हाउस में ठहराया और रविवार की सुबह तीनों युवक अपनी अपनी स्कूटी लेकर उनके पास पहुंचे उन्हें लेकर लखनिया दरी और आसपास के क्षेत्रों में घुमाने लगे। लेकिन जब उन लड़कों को लड़कियों के अपहरण पर मुकदमा दर्ज होने की बात पता चली तो वे उन्हें गोदौलिया चौराहे पर छोड़ कर चले गए।
आरोप है कि वहां से तीनों कैंट स्टेशन पहुंची और प्रयागराज के लिए रवाना हो गईं। उनमें से एक ने अपने स्थानीय रिश्तेदार को फोन कर बताया कि वह प्रयागराज में हैं। इस पर उन्होंने लड़की के परिजनों को बताया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने प्रयागराज जीआरपी इंस्पेक्टर को फोन कर उन छात्राओं व किशोरियों की फोटो भेज उन्हें रोकने को बोलने के साथ ही उन्हें सकुशल बनारस लेकर आई। तीनों छात्राएं घर से निकलने के पूर्व यूनिफॉर्म के नीचे जीन्स पहनी थींं और स्कूल से निकलते ही उन्होंने यूनिफार्म उतार दिया था जिससे कि कोई व्यक्ति उनसे रास्ते मे कोई पूछताछ न कर सके। लेकिन उनमें से एक छात्रा ने ठंड से बचने के लिए घरेलू कपड़ों के ऊपर स्कूल का यूनिफॉर्म पहना था, जिस कारण जीआरपी के जवानों ने उन्हें आसानी से पहचान लिया।
बिना आईडी के मिल गया था कमरा स्कूल से निकलने के बाद तीनों छात्राएं घर न जाकर दशाश्वमेध घाट स्थित एक गेस्ट हाउस में रात में रुकी थीं। तीनों को बिना आईडी के ही कमरा मिल गया था। पुलिस ने गेस्ट हाउस मालिक को भी आरोपी बनाया है। पुलिस ने तीन तीन युवकों व गेस्ट हाउस में शरण देने वाले मालिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।