तेज बहादुर यादव ने कहा कि यदि लगता है मैने ऐसा कहा है तो मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं कर लिया गया। मैं एक साधारण सिपाही हूं। मैं ऐसा कैसे कह सकता हूं। तेज बहादुर यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस को बर्खास्त सिपाही पंकज शर्मा मेरे पास मदद के लिए आया था। उसने कहा था कि एक ट्रस्ट बनाये, जिससे हम जवानों की मदद कर सके। इसके बाद फौजी एकता न्याय कल्याण मंच के नाम से रजिस्टर्ड ट्रस्ट बनाया गया। मैं पकंज शर्मा के घर भी आता जाता था जब मैं इस मुकाम पर पहुंचा तो वह मुझे पैसों की डिमांड करने लगा है और कहा कि पैसे नहीं मिलने पर कुछ वीडियो वायरल कर दुंगा। मैंने उससे कहा कि तुम्हें जो करना है वह करो। मैंन जिंदगी में गलत काम नहीं किया है। वीडियो की जांच करायी जाये। यदि उसमे सच्चाई मिलती है तो मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाये। तेज बहादुर यादव ने कहा कि फर्जी वीडियो है एडिट करके ऐसा वीडियो बनाया जा रहा है। इसकी शिकायत की गयी थी। क्राइम ब्रांच कार्यालय में अपना पक्ष रखा था। वीडियो की जांच के बाद कोर्ट में लिखित रुप से मुझे क्लीन चिट दी गयी।
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पहले शराब पीते हुए तेज बहादुर यादव का वीडियो हुआ था वायरल
इस वीडियो से पहले सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हुआ था जिसमे तेज बहादुर यादव शराब पीते हुए दिखायी दे रहे थे। उस समय तेज बहादुर यादव ने कहा था इस वीडियो में वह खुद हैं और शराब पीना कोई गुनाह नहीं है इसके बाद पीएम मोदी की हत्या वाला वीडियो वायरल हुआ। तेज बहादुर यादव ने आशंका जतायी है और अभी सोशल मीडिया पर और वीडियो वायरल हो सकते हैं यह सब बीजेपी की साजिश है।
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पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ निरस्त हुआ है नामांकन, सुप्रीम कोर्ट में डाली है याचिका
तेज बहादुर यादव ने बनारस संसदीय सीट से अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत नामांकन दाखिल किया था जो निरस्त हो गया था इसके बाद तेज बहादुर यादव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है इस पर तेज बहादुर यादव ने कहा कि याचिका दाखिल हो चुकी है और सुनवाई की तिथि क्या है अभी वकील से इस संदर्भ में वार्ता नहीं हो पायी है।
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महागठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव के पक्ष में कर रहे हैं प्रचार
तेज बहादुर यादव महागठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। शालिनी यादव ने जब से तेज बहादुर यादव को राखी बांधी है तभी से दिन रात चुनाव प्रचार कर रहे हैं। तेज बहादुर यादव के लिए बनारस में मुसीबते बढ़ चुकी है पहले ही कैंट थाने में उनके खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हो चुका है इसके बाद पीएम मोदी वाले वायरल वीडियो में सच्चाई होगी तो उनकी समस्या बढ़ सकती है।
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