पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे तेज बहादुर यादव के नामांकन पर चुनाव आयोग क्या निर्णय करता है इस पर सभी की निगाहे लगी हुई है। बुधवार को ही निर्णय हो जाने की संभावना है। तेज बहादुर यादव ने निर्दल व मायावती व अखिलेश यादव के महागठब्ंाधन के तौर पर पर्चा दाखिल किया था। दोनों ही नामांकन में बीएसएफ से बर्खास्त होने की अलग-अलग जानकारी दी थी जिसको लेकर चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव को नोटिस जारी किया था। तेज बहादुर यादव का निर्दल प्रत्याशी के रुप में नामांकन पहले ही निरस्त हो चुका था जबकि महागठबंधन प्रत्याशी के रुप में चुनाव आयोग ने नोटिस देकर 1 मई को सुबह 11 बजे तक बीएसएफ से बर्खास्तगी का कारण बताने को कहा था जिसका जवाब तेज बहादुर यादव ने दे दिया है।
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तेज बहादुर यादव ने कहा था नहीं मिला न्याय तो भी लड़ेंगे न्याय की लड़ाई
तेज बहादुर यादव ने नोटिस मिलने के बाद ही कहा था कि उनके साथ अन्याय होता है तो वह जनता को साथ लेकर न्याय पाने की लड़ाई लड़ेंगे। महागठबंधन का साथ मिलने से तेज बहादुर यादव की ताकत बढ़ गयी है। अब चुनाव आयोग पर सभी की निगाहे लगी हुई है। तेज बहादुर यादव के जवाब पर चुनाव आयोग क्या निर्णय करता है यह जल्द ही सामने आ जायेगा।
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तेज बहादुर यादव ने नोटिस मिलने के बाद ही कहा था कि उनके साथ अन्याय होता है तो वह जनता को साथ लेकर न्याय पाने की लड़ाई लड़ेंगे। महागठबंधन का साथ मिलने से तेज बहादुर यादव की ताकत बढ़ गयी है। अब चुनाव आयोग पर सभी की निगाहे लगी हुई है। तेज बहादुर यादव के जवाब पर चुनाव आयोग क्या निर्णय करता है यह जल्द ही सामने आ जायेगा।
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