मेरा घर मेरा स्कूल पूरे जनपद में लागू परिषदीय विद्यालयों में तमाम बच्चों के पास स्मार्ट मोबाइल फोन और टीवी नहीं है। आर्थिक संसाधन के अभाव में ऐसे बच्चों को अब तक ऑनलाइन क्लास से नहीं जोड़ा जा सका है। वहीं दूसरी ओर जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालय अब भी बंद चल रहे हैं। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालयों कई शिक्षकों ने गांवों में टोली बनाकर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया है। इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ योजना पूरे जनपद में लागू कर दी है। सभी शिक्षकों को विद्यालय के आस-पास 10-10 बच्चों को टोली बनाकर पढ़ाने का निर्देश दिया गया है। मोहल्ला स्कूल में अध्यापन कार्य ही नवनियुक्त शिक्षकों का प्रोबेशन पीरियड माना जाएगा।