परिसर स्थित आयुर्वेद विभाग के पास रामजतन की चाय व समोसे की दुकान है। दुकान में कुछ वर्ष पहले चोरी हो गयी थी इसके चलते रामजतन अब घर नहीं जाते थे और दुकान पर ही रहते थे। घर से उनके लिए खाना आ जाता था। बीती शाम को रामजतन के लिए घर से खाना आया था और उसके बाद वह दुकान में अकेले थे। खाना खाने के बाद दुकान के बाहर ही चारपाई लगा कर सो गये थे। संभावना जतायी जा रही है कि रात में एक से दो बजे के बीच कुछ बदमाश वहां पर आये होंगे। रामजतन के सिर के नीचे रखी चाबी लेने का प्रयास होगा। रामजतन के विरोध करने पर बदमाशों ने ईट से कूंच कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद दुकान के अंदर भी गये थे लेकिन वहां पर रखे दो हजार के सिक्के अपने साथ नहीं ले गये। दूसरी तरफ परिसर में इस बात की भी चर्चा है कि बीती देर रात कुछ युवक वहां पहुंचे थे और शराब पीने के लिए नमकीन देने को कहा। रामजतन ने जब नमकीन नहीं दिया तो युवकों ने उनकी हत्या कर दी। हत्या की जानकारी पुलिस को हुई तो मौके की पड़ताल शुरू की। पुलिस को मौके से शराब की दो शीशी भी बरामद हुई है। हत्या की सूचना पर एसपी सिटी दिनेश सिंह व फोरेंसिक टीम के लोग भी पहुंचे थे जिन्होंने भी घटनास्थल की जांच की।
यह भी पढ़े:-27 साल से पुलिस पांच रुपये में इन लोगों को खिला रही थी खाना
यह भी पढ़े:-27 साल से पुलिस पांच रुपये में इन लोगों को खिला रही थी खाना
1973 से परिसर में चाय बेच रहे हैं रामजतन
गोरखपुर के पांडेपार थाना के बांसगांव निवासी रामजतन परिसर स्थित आयुर्वेद विभाग के पास चाय व समोसे की दुकान लगाते थे। रमजतन ने रमना में अपना मकान बनाया था और यही पर परिवार रहता था। रामजतन 1973 में बीएचयू के मानसिक अस्पताल के पास चाक की दुकान लगाने की शुरूआत की थी बाद में इनकी दुकान को आयुर्वेद विभाग के पास शिफ्ट कर दिया गया था। रमना स्थित मकान में रामजतन के बड़े बेटे ओम प्रकाश व भतीजा दिलीप रहते हैं जबकि पत्नी संतुरी देवी व छोटा बेटा जयङ्क्षहद गांव में ही रहते हुए खेती करता है।
यह भी पढ़े:-बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत की खबर, बनारस में घटने लगा गंगा का जलस्तर
गोरखपुर के पांडेपार थाना के बांसगांव निवासी रामजतन परिसर स्थित आयुर्वेद विभाग के पास चाय व समोसे की दुकान लगाते थे। रमजतन ने रमना में अपना मकान बनाया था और यही पर परिवार रहता था। रामजतन 1973 में बीएचयू के मानसिक अस्पताल के पास चाक की दुकान लगाने की शुरूआत की थी बाद में इनकी दुकान को आयुर्वेद विभाग के पास शिफ्ट कर दिया गया था। रमना स्थित मकान में रामजतन के बड़े बेटे ओम प्रकाश व भतीजा दिलीप रहते हैं जबकि पत्नी संतुरी देवी व छोटा बेटा जयङ्क्षहद गांव में ही रहते हुए खेती करता है।
यह भी पढ़े:-बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत की खबर, बनारस में घटने लगा गंगा का जलस्तर
फिर सवालों के घेरे में आयी बीएचयू की सुरक्षा व्यवस्था
बीएचयू की सुरक्षा व्यवस्था पर करोड़ो खर्च होते हैं उसके बाद भी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है। परिसर की सुरक्षा के लिए 620 गार्ड तैनात है और घटनास्थल के महज 100 मीटर दूरी पर भी गार्ड की तैनाती गयी थी इसके बाद भी सुरक्षाकर्मियों को घटना की भनक नहीं लग पायी। परिसर में दो अप्रैल 2019 को बदमाशों ने छात्र गौरव सिंह बग्गा की हत्या की थी। लंका पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि विभागों के खुलने के बाद उसमे लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जायेगी।
यह भी पढ़े:-एक साल की हुई आयुष्मान योजना, इतने लोगों का हुआ इलाज
बीएचयू की सुरक्षा व्यवस्था पर करोड़ो खर्च होते हैं उसके बाद भी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है। परिसर की सुरक्षा के लिए 620 गार्ड तैनात है और घटनास्थल के महज 100 मीटर दूरी पर भी गार्ड की तैनाती गयी थी इसके बाद भी सुरक्षाकर्मियों को घटना की भनक नहीं लग पायी। परिसर में दो अप्रैल 2019 को बदमाशों ने छात्र गौरव सिंह बग्गा की हत्या की थी। लंका पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि विभागों के खुलने के बाद उसमे लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जायेगी।
यह भी पढ़े:-एक साल की हुई आयुष्मान योजना, इतने लोगों का हुआ इलाज