वाराणसी. बलिया के दयाशिकर सिंह द्वारा मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पर जहां मायावती के समर्थन में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। लोग दया के खिलाफ सड़को पर उतर रहे थे हर कोई दया के विरोध में आवाज बुलंद कर रहा था बलिया जिले के लोग भी दयाशंकर की टिपप्णी पर नाराजगी जता रहे थे। देश महिलाओं के सम्मान में उठ खड़ा था। भाजपा भी लोगों का विरोध देखते हुए दया को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पर बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा मायावती के खिलाफ टिप्पणी का जिस तरह से विरोध किया गया दया की पत्नी और बेटी को जिस तरह से खुलेआम गालियां दी गई। अभद्र नारे लगाए गए, पोस्टरों और बैनरों में लिखित अभद्र नारों से जिस तरह दयाशंकर के परिवार को अपमानित किया गया उससे बहुजन समाज पार्टी को मिल रही सहानुभूति खत्म होती चली गई और दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह ने फ्रंट पर आकर जिस तरह से मोर्चा संभाला उससे मायावती की नींद हराम होने लगी। बीएसपी कार्यकर्ताओं ने भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की गिरफ़्तारी के अलावा दयाशंकर सिंह की बहन को पेश करो दयाशंकर सिंह की बेटी को पेश करो जैसे नारे जिस तरह से लगाए थे वह लोगों के मन में बसपा के अनुशासन को लेकर भी सवाल पैदा करने लगा। इसे लेकर तकरीबन हर राजनीतिक दलों के अलावा दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने भी इन नारों पर आपत्ति जताई है और अपने परिवार पर ख़तरा बताया है. स्वाति ने कहा कि इस पूरे विवाद के बाद उन पर और उनकी बेटी पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों से वे बेहद दुखी हैं और इस मामले में मायावती नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ स्वाति सिंह ने लखनऊ के हजरतगंज में केस दर्ज कराया। स्वाति ने कहा मेरी 12 साल की बेटी ने क्या अपराध किया है स्वाति सिंह ने कहा जिस तरह से मेरी सातवी में पढ़ रही 12 साल की बेटी पर बसपा के लोगों ने अमार्यादित भाषाओं का प्रयोग किया है वह इससे बहुत हगी ज्यादा डरी हुई है। स्वाति ने कहा, मेरी बेटी ने क्या अपराध किया है जो बसपा कार्यकर्ता हमें गालियां दे रहे हैं यदि ऐसे शब्द मायावतीजी को चोट पहुंचा सकते हैं तो फिर हमें और मेरी बेटी को उनसे दुख क्यों नहीं होगा वह गंभीर मानसिक यंत्रणा से गुजरी है इस बात पर लोगों ने बसपा के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी और स्वाति सिंह को सही ठहराने लगे बलिया जिले में भी महिलाएं, वकील, छात्र एकजुट होकर मायावती के खिलाफ सड़क पर उतर गए। मायावती का पुतला भी फूंका पर बसपा के लोगों की अभद्र टिप्पणी काफी नाराजगी भी जताई। बेटी के सवाल ने देश को झकझोरा जब स्वाति के अनुसार जब ये सब चल रहा था तो बेटी ने बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी के बयान पर रोते हुए उनसे पूछा नसीम अंकल, मुझे बताइए कहां आना है आपके पास पेश होने के लिए। स्वाति ने जब बेटी की इस बात को लोगों सामने रखा तो इस सवाल ने देश के लोगों को झकझोर दिया। और बसपा के के लोगों की टिप्पणी को अमर्यादित बताया। इन सब के बीच स्वाति ने जिस तरह से बसपा के इतने भारी विरोध के बाद सामने आकर मोर्चा संभाला, और पूरी मजबूती से अपना पक्ष रखा वो मायावती को मिल रही सहानुभूति को पूरी तरह से विफल करती नजर आईं। इस बीच दयाशंकर की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कोशिशें लगातार चल रही है। पुलिस ने उनके कई ठिकानों पर छापे मारे फ़िलहाल अभी तक दयाशंकर की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है।