वाराणसी -एनआईटी श्रीनगर में छात्रों के दो गुटों के बीच हुई मारपीट और कश्मीर पुलिस द्वारा हिंदी भाषी राज्यों के छात्रों की बर्बर पिटाई के मामले ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और इलाहबाद विश्वविद्यालय के माहौल को भी गरम कर दिया है।’गौरतलब है कि 31 मार्च को भारत-वेस्टइंडीज़ के बीच क्रिकेट मैच के दौरान स्थानीय छात्रों ने वेस्टइंडीज़ की जीत का जश्न मनाया वही गैर कश्मीरी छात्रों ने भारत माता की जय के नारे लगाए,जिसके बाद दोनों ही पक्षों में जमकर मारपीट हो गई।छात्रों की पिटाई का वीडियो आईआईटी बीएचयू समेत पूरे परिसर में तेजी से वायरल हो रहा है। बुधवार को स्थानीय बिड़ला छात्रावास में छात्रों ने काश्मीर में हिंदी भाषी राज्यों के छात्रों के साथ किये जा रहे दुर्व्यहार और मारपीट को लेकर बैठक की। सूत्रों कि माने तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी कश्मीरी और गैर कश्मीरी छात्रों के बीच चल रहे विवाद को लेकर छात्र आक्रोशित है। महत्वपूर्ण है कि जेएनयू में कन्हैया कुमार और उनके साथियों की गिरफ्तारी उधर रोहित वेमुला प्रकरण के बाद बीएचयू के छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और बवाल काटा था। मंगलवार को एनआईटी कैम्पस में माहौल एक बार पुनः खराब हो गया ,जब कुछ छात्रों द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के मुख्यद्वार पर तिरंगा फहराने की कोशिश की गई , झंडा फहराने की कोशिश कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। लाठी चार्ज में कम से कम 12 छात्र ज़ख़्मी हुए हैं।गौरतलब है कि श्रीनगर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी में यूपी समेत अन्य राज्यों के छात्र अधिक संख्या में हैं।कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने फोन पर बताया है कि लगभग 500 छात्रों ने मार्च निकालने की कोशिश की और जब उन्हें संस्थान के मुख्य द्वार पर रोका गया, वे हिंसक हो गए।पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, ”छात्रों की भीड़ ने पुलिस वालों पर पथराव किया एवं सार्वजनिक सम्पत्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है।