वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय से परेशान प्रदेश के राजस्वकर्मी आंदोलित हो गए हैं। महीने भर से पैसे की किल्लत झेल रहे राजस्व कर्मचारियों को महीने के वेतन का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन बैंक द्वारा वेतन भुगतान से हाथ खड़े करने के बाद कर्मचारी बैंक के सामने ही धरने पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया। ये भी पढ़ें- PM के संसदीय क्षेत्र में भारी मात्रा में फाड़े जा रहे 500 व 1000 के नोट बैंक से नहीं निकल रहा था वेतन का पैसा इन राजस्व कर्मियों का समूह सोमवार को संग्रह अमीन संघ के अध्यक्ष अशोक सिंह के नेतृत्व में पहुंचा काशी ग्रामीण बैंक। सर्किट हाउस के समीप इसी बैंक में इन कर्मचारियों के वेतन का पैसा जमा होता है। लेकिन जब वे पहुंचे बैंक तो बैंक प्रबंधन ने वेतन भुगतान से इंकार कर दिया। इससे बिफरे कर्मचारी नारेबाजी करते हुए बैंक परिसर से बाहर निकले और धरने पर बैठ गए। राजस्व कर्मियों (संग्रह अमीन) के धरने के चलते जाम लग गया। इसकी सूचना मिलते ही सीओ कैंट राजकुमार यादव मौके पर पहुंचे और उन्हें समझा कर किसी तरह शांत किया। फिर उन्होंने खुद ही बैंक प्रबंधक से वार्ता की लेकिन प्रबंधक ने कैश न होने की बात कह कर हाथ खड़ा कर दिया। उसके बाद सीओ कैंट उन्हें लेकर अपर जिलाधिकारी प्रशासन के पास गए। एडीएम प्रशासन समस्या निवारण का आश्वसन दिया। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द वेतन भुगतान की व्यवस्था करेंगे। इसके बाद संग्रह अमीन वापस गए।