शिवपाल यादव की पार्टी ने बनारस व चंदौली लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी का समर्थन किया है। बनारस से खुद ही पीएम नरेन्द्र मोदी चुनाव लड़ रहे है जबकि चंदौली से बीजेपी के प्रत्याशी प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र नाथ पांडेय है। कांग्रेस ने बनारस से पांच बार के विधायक अजय राय को प्रत्याशी बनाया हे,जबकि अखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन से शालिनी यादव मैदान में है। इसी क्रम में चंदौली से कांग्रेस ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार पार्टी की शिवकन्या को अपना समर्थन दिया है। ऐसे में शिवपाल यादव की पार्टी का बनारस व चंदौली में कांग्रेस को समर्थन मिलने से पीएम नरेन्द्र मोदी व अखिलेश यादव की परेशानी बढ़ जायेगी।
यह भी पढ़े:-कांग्रेस नेता संजय निरूपम का पीएम पर विवादित बयान, कहा आधुनिक औरंगजेब हैं मोदी
यह भी पढ़े:-कांग्रेस नेता संजय निरूपम का पीएम पर विवादित बयान, कहा आधुनिक औरंगजेब हैं मोदी
सपा को अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं शिवपाल यादव
शिवपाल यादव सबसे अधिक नुकसान सपा को पहुंचा सकते हैं। शिवपाल यादव के पास यादव वोट बैंक है जो सपा को हुआ करता था। अधिकांश यादव तो सपा के ही साथ हैं लेकिन जो यादव सपा के बसपा से गठबंधन करने से नाराज है वह शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं यदि ऐसा हुआ तो बनारस व चंदौली सीट पर शिवपाल यादव महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
यह भी पढ़े:-तेज बहादुर यादव की कहानी में आया नया मोड, कोर्ट में सरेंडर के लिए दिया प्रार्थना पत्र
शिवपाल यादव सबसे अधिक नुकसान सपा को पहुंचा सकते हैं। शिवपाल यादव के पास यादव वोट बैंक है जो सपा को हुआ करता था। अधिकांश यादव तो सपा के ही साथ हैं लेकिन जो यादव सपा के बसपा से गठबंधन करने से नाराज है वह शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं यदि ऐसा हुआ तो बनारस व चंदौली सीट पर शिवपाल यादव महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
यह भी पढ़े:-तेज बहादुर यादव की कहानी में आया नया मोड, कोर्ट में सरेंडर के लिए दिया प्रार्थना पत्र
जहां पर शिवपाल यादव के प्रत्याशी नहीं है वहां पर कांग्रेस को समर्थन
पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि जहां भी शिवपाल यादव के प्रत्याशी नहीं लड़ रहे हैं वहां पर कांग्रेस को उनका समर्थन रहेगा। शिवपाल यादव की अपनी परेशानी है। सपा व बसपा गठबंधन के साथ जा नहीं सकते हैं। बीजेपी का साथ दिया तो बड़ा राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे में शिवपाल यादव के पास कांग्रेस को समर्थन देने के अतिरिक्त अन्य विकल्प नहीं बचा है।
यह भी पढ़े:-यहां पर लगा चौकीदारों के गांव का पोस्टर, लिखा चोरों का आना मना है
पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि जहां भी शिवपाल यादव के प्रत्याशी नहीं लड़ रहे हैं वहां पर कांग्रेस को उनका समर्थन रहेगा। शिवपाल यादव की अपनी परेशानी है। सपा व बसपा गठबंधन के साथ जा नहीं सकते हैं। बीजेपी का साथ दिया तो बड़ा राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे में शिवपाल यादव के पास कांग्रेस को समर्थन देने के अतिरिक्त अन्य विकल्प नहीं बचा है।
यह भी पढ़े:-यहां पर लगा चौकीदारों के गांव का पोस्टर, लिखा चोरों का आना मना है