जेजे अस्पताल मर्डर में आजीवन कारावास की सजा पाये सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा बनारस के ही सेंट्रल जेल में काफी समय से बंद है। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में इलाज के लिए बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शिवपाल यादव सीधे बीएचयू अस्पताल पहुंचे और सीधे जाकर सुभाष ठाकुर से मुलाकात की। चर्चा है कि बंद कमरे में दोनों लोगों में आधा घंटा से अधिक समय तक वार्ता हुई है। इसके बाद शिवपाल यादव वहां से निकल गये। यह जानकारी जब बाहर आयी तो सियासी जगत में तूफान आ गया। लंका पुलिस भी सक्रिय हुई और मुलाकात की सारी कहानी जानी। लंका पुलिस की पूछताछ में सुभाष ठाकुर ने बताया कि उनके भर्ती होने की जानकारी मिलने पर शिवपाल यादव यहां पर आये थे। बंद कमरे में मुलाकात नहीं हुई थी। अस्पताल आने पर शिवपाल यादव को तुरंत ही वापस लौटा दिया गया। फिलहाल इस मुलाकात को यूपी चुनाव से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। सुभाष ठाकुर की ताकत सभी को पता है और उनके दरबार में कई नेता आशीर्वाद लेने जाते हैं।
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कभी दाऊद इब्राहिम के गुरु थे सुभाष ठाकुर
सुभाष ठाकुर की ताकत यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक दिखायी देती थी। इंडिया को मोस्ट वांटेंड अपराधी दाऊद इब्राहिम भी कभी सुभाष ठाकुर का शिष्ट बन कर आया था। एक समय सुभाष ठाकुर, छोटा राजन व दाऊद इब्राहिम मिल कर काम करते थे। गावली गिरोह के शूटरों ने 26 जुलाई 1992 को मुम्बई के नागपाड़ा के अरब गली में दाऊद के बहनोई इस्माइल पारकर का मर्डर कर दिया था। दाऊद ने इस हत्याकांड का बदला लेने की जिम्मेदारी सुभाष ठाकुर व छोटा राजन को सौंपी थी। बाद में 12 सितम्बर 1992 को जेजे अस्पताल में भर्ती गावली गिरोह के शूटर शैलेश की हत्या की गयी थी। इसका आरोप सुभाष ठाकुर, छोटो राजन व माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह पर लगा था इसी मामले में सुभाष ठाकुर को आजीवन कारावास हो गयी थी जबकि अन्य लोग बरी हो गये थे। मुम्बई बम विस्फोट में दाऊद का नाम आने पर सुभाष ठाकुर व उनके लोग उससे अलग हो गये थे। सुभाष ठाकुर पर कई संगीन आरोप लगे थे। बुजुर्ग हो चुके यूपी के सबसे बड़े डॉन को अब लोग बाबा के नाम से बुलाते हैं लेकिन आज भी उनके दरबार में नेता से लेकर अधिकारी तक आशीर्वाद लेने जाते हैं।
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सुभाष ठाकुर की ताकत यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक दिखायी देती थी। इंडिया को मोस्ट वांटेंड अपराधी दाऊद इब्राहिम भी कभी सुभाष ठाकुर का शिष्ट बन कर आया था। एक समय सुभाष ठाकुर, छोटा राजन व दाऊद इब्राहिम मिल कर काम करते थे। गावली गिरोह के शूटरों ने 26 जुलाई 1992 को मुम्बई के नागपाड़ा के अरब गली में दाऊद के बहनोई इस्माइल पारकर का मर्डर कर दिया था। दाऊद ने इस हत्याकांड का बदला लेने की जिम्मेदारी सुभाष ठाकुर व छोटा राजन को सौंपी थी। बाद में 12 सितम्बर 1992 को जेजे अस्पताल में भर्ती गावली गिरोह के शूटर शैलेश की हत्या की गयी थी। इसका आरोप सुभाष ठाकुर, छोटो राजन व माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह पर लगा था इसी मामले में सुभाष ठाकुर को आजीवन कारावास हो गयी थी जबकि अन्य लोग बरी हो गये थे। मुम्बई बम विस्फोट में दाऊद का नाम आने पर सुभाष ठाकुर व उनके लोग उससे अलग हो गये थे। सुभाष ठाकुर पर कई संगीन आरोप लगे थे। बुजुर्ग हो चुके यूपी के सबसे बड़े डॉन को अब लोग बाबा के नाम से बुलाते हैं लेकिन आज भी उनके दरबार में नेता से लेकर अधिकारी तक आशीर्वाद लेने जाते हैं।
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