8 फरवरी को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की 105वीं बैठक कमिश्नरी सभागार में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रो. नागेंद्र पांडेय ने की थी। इसे शासन की अनुमति के लिए भेज दिया गया है। साल 1983 में मंदिर अधिग्रहण के बाद से पुजारी सेवा नियमावली के अनुसार पुजारियों को तीन वर्गों में बांटा गया है।
पुजारियों को मिलेगी इंश्योरेंस
सिर्फ इतना ही नहीं, पुजारियों को इंश्योरेंस के लिए 10 हजार, 7.5 हजार और 5 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा, मार्ग व्यय के रूप में, वरिष्ठ पुजारी और पुजारी को चार हजार और कनिष्ठ पुजारी को दो हजार रुपए पेट्रोल खर्च मिलेगा। पुजारियों को अवकाश और साप्ताहिक अवकाश के साथ सेवानिवृत्ति पर अनुग्रह राशि भी दी जाएगी।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से जिले के संस्कृत स्कूल के स्टूडेंट्स को फ्री में ड्रेस और किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही विद्यालयों को न्यास की ओर से वाद्ययंत्र देने पर भी सहमति बनी है। इसके साथ ही पहली बार विश्वनाथ मंदिर की ओर संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा।
सिर्फ इतना ही नहीं, पुजारियों को इंश्योरेंस के लिए 10 हजार, 7.5 हजार और 5 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा, मार्ग व्यय के रूप में, वरिष्ठ पुजारी और पुजारी को चार हजार और कनिष्ठ पुजारी को दो हजार रुपए पेट्रोल खर्च मिलेगा। पुजारियों को अवकाश और साप्ताहिक अवकाश के साथ सेवानिवृत्ति पर अनुग्रह राशि भी दी जाएगी।
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संस्कृत छात्रों को फ्री में दी जाएंगी ड्रेस और किताबेंश्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से जिले के संस्कृत स्कूल के स्टूडेंट्स को फ्री में ड्रेस और किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही विद्यालयों को न्यास की ओर से वाद्ययंत्र देने पर भी सहमति बनी है। इसके साथ ही पहली बार विश्वनाथ मंदिर की ओर संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा।