आजमगढ़ में अखिलेश यादव के प्रत्याशी बनाये जाने के बाद बीजेपी ने पूर्व सांसद बाहुबली रमाकांत यादव का टिकट काट दिया था। बीजेपी ने इस सीट से दिनेश लाल यादव को प्रत्याशी बनाया है। सीएम योगी के विरोध के चलते ही रमाकांत यादव का टिकट कटा है उसके बाद से रमाकांत यादव भी बीजेपी से नाराज चल रहे थे। रमाकांत यादव ने राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेेस में अपनी आस्था दिखाते हुए पार्टी ज्वाइन कर ली है। अब कांग्रेस की तरफ से रमाकांत यादव भदोही संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव 2019 लडऩे का ऐलान हो सकता है। पूर्वांचल में यादवों के बड़े नेता माने जाने वाले रमाकांत यादव के आगमन से भदोही सीट भी हॉट हो जायेगी।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी इस खास योग में करेंगे नामांकन दाखिल, विरोधी दलो में मचेगी खलबली
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी इस खास योग में करेंगे नामांकन दाखिल, विरोधी दलो में मचेगी खलबली
बीजेपी ने वर्तमान सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त का काट दिया है टिकट, विजय मिश्रा लड़ सकते हैं चुनाव
ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा की बीजेपी से नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। दो दिन पहले ही विजय मिश्रा को फिर से निषाद पार्टी में शािमल किया गया है। बीजेपी व निषाद पार्टी मिल कर चुनाव लडऩे जा रही है। अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत बसपा को भदोही सीट पर प्रत्याशी उतराने की जिम्मेदारी मिली है। बसपा ने रंगनाथ मिश्रा को भदोही का प्रभारी बनाया हुआ है माना जा रहा है कि बसपा व सपा गठबंधन के तहत रंगनाथ मिश्रा इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी में विजय मिश्रा के अतिरिक्त रमेश बिंद के टिकट मिलने की चर्चा है। भदोही में बिंद आबादी सबसे अधिक है इसके बाद यादव, मुस्लिम, ब्राह्मण व क्षत्रियों का नम्बर आता है। बीजेपी अपने कोटे से सीधे विजय मिश्रा को टिकट देने से बचना चाहती है इसलिए विजय मिश्रा को निषाद पार्टी से टिकट दिला कर बीजेपी उसका समर्थन कर सकती है। यदि ऐसा हुआ तो आजमगढ़ के बाहुबली रमाकांत यादव व भदोही के बाहुबली विजय मिश्रा के बीच पहली आर आमना-सामना हो सकता है। यदि बीजेपी ने रमेश बिंद को टिकट दिया तब भी बीजेपी को पर्दे के पीछे से जीताने की जिम्मेदारी विजय मिश्रा की ही होगी।
यह भी पढ़े:-भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर की बड़ी रणनीति का खुलासा, बीजेपी के साथ बसपा की बढ़ जायेगी परेशानी
ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा की बीजेपी से नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। दो दिन पहले ही विजय मिश्रा को फिर से निषाद पार्टी में शािमल किया गया है। बीजेपी व निषाद पार्टी मिल कर चुनाव लडऩे जा रही है। अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत बसपा को भदोही सीट पर प्रत्याशी उतराने की जिम्मेदारी मिली है। बसपा ने रंगनाथ मिश्रा को भदोही का प्रभारी बनाया हुआ है माना जा रहा है कि बसपा व सपा गठबंधन के तहत रंगनाथ मिश्रा इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी में विजय मिश्रा के अतिरिक्त रमेश बिंद के टिकट मिलने की चर्चा है। भदोही में बिंद आबादी सबसे अधिक है इसके बाद यादव, मुस्लिम, ब्राह्मण व क्षत्रियों का नम्बर आता है। बीजेपी अपने कोटे से सीधे विजय मिश्रा को टिकट देने से बचना चाहती है इसलिए विजय मिश्रा को निषाद पार्टी से टिकट दिला कर बीजेपी उसका समर्थन कर सकती है। यदि ऐसा हुआ तो आजमगढ़ के बाहुबली रमाकांत यादव व भदोही के बाहुबली विजय मिश्रा के बीच पहली आर आमना-सामना हो सकता है। यदि बीजेपी ने रमेश बिंद को टिकट दिया तब भी बीजेपी को पर्दे के पीछे से जीताने की जिम्मेदारी विजय मिश्रा की ही होगी।
यह भी पढ़े:-भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर की बड़ी रणनीति का खुलासा, बीजेपी के साथ बसपा की बढ़ जायेगी परेशानी