कोरोना काल में बहुत कुछ देखने को मिला प्रवीण ने बातचीत में बताया कि कोरोना काल में जब जॉब गई तो कई सारी लगीं। कभी-कभी तो डिप्रेस्ड रहा और दीवारों से बात की पर यह भी दिमाग में आता था कि लाखों लोगों की नौकरी गई है सिर्फ अकेला मै ही तो नहीं हूं। इसके बाद लॉकडाउन के सहारे मोबाइल पर कई सारे स्टार्टअप की कहानियां देखीं और उससे एक सीख मिली की कोई काम बड़ा छोटा नहीं होता बस आप की मेहनत पर सब कुछ डिपेंड है और फिर घर वालों और कुछ साथियों की मदद से नोएडा में वेबक्लिक्स नामक स्टार्टअप शुरू किया जो आईटी सेक्टर बेस्ड था।
पीएम के डिजिटल इंडिया मिशन को साकार कर रहे हैं प्रवीण ने बताया कि वेबक्लिक्स धीरे धीरे बड़ी होती गई। देश ही नहीं विदेश से भी आईटी के सेक्टर में हमने काम किए हैं। डिजिटल मार्केटिंग से लेकर सॉफ्टवेर डेवेलपमेंट तक के सर्विस के एक्सपर्ट प्रवीण दुबे आज डिजिटल इंडिया मिशन को और साकार करने में अहम योगदान दे रहे है। प्रवीण ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि जिस तरीके से भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आईटी इंडस्ट्री में आगे बढ़ा है वो सराहनीय है जिससे आज डिजिटल इंडिया के मिशन को कामयाबी मिल रही है।
वाराणसी में है अपार संभावनाएं
वेबक्लिक्स के ओनर प्रवीण दुबे ने बताया कि बनारस में आईटी सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं। खासकर ट्रेवल एंड टूरिज्म के क्षेत्र को आईटी सर्विस से लैस कर चीजों को आसान बनाया जा सकता है जिससे विजिटर्स को बनारस शहर और आकर्षित करेगा। हम वेबक्लिक्स के माध्यम से इस इंडस्ट्री में नए नए तकनीक से बेहतर सर्विस प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। और साथ बनारस क्षेत्र के युवाओं को इस इंडस्ट्री में अपना बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित कर रहे है।
वेबक्लिक्स के ओनर प्रवीण दुबे ने बताया कि बनारस में आईटी सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं। खासकर ट्रेवल एंड टूरिज्म के क्षेत्र को आईटी सर्विस से लैस कर चीजों को आसान बनाया जा सकता है जिससे विजिटर्स को बनारस शहर और आकर्षित करेगा। हम वेबक्लिक्स के माध्यम से इस इंडस्ट्री में नए नए तकनीक से बेहतर सर्विस प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। और साथ बनारस क्षेत्र के युवाओं को इस इंडस्ट्री में अपना बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित कर रहे है।