सलेमपुर निवासी डा.रफी परवेज आजमगढ़ में डिप्टी सीएमओ पद पर तैनात थे। आजमगढ़ के सरकारी अस्पताल में चर्म रोग विभाग में कार्यरत थे। ससुराल में गंभीर रुप से बीमार हुए थे और बनारस में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी। इसके बाद आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित कब्रिस्तान में डा.रफी के शव को दफना दिया गया था। डा.रफी की मां अफरोज को अपने बेटे की बीमारी से मौत होने पर विश्वास नहीं था इसलिए आजमगढ़ के डीएम से भेट कर बेटे का पोस्टमार्टम करो की मांग की थी। मामला जब एडीजी जोन तक पहुंचा था और जिलाधिकारी व बनारस पुलिस की पहल पर शव को कब्र से निकाल कर उसका पोस्टमार्टम कराया गया था लेकिन अभी तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गयी है।
यह भी पढ़़े:-सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी मौत के बाद इस सबसे बड़े मामले में हुआ बरी, मनोज सिन्हा को लगा बड़ा झटका
यह भी पढ़़े:-सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी मौत के बाद इस सबसे बड़े मामले में हुआ बरी, मनोज सिन्हा को लगा बड़ा झटका
पुलिस ने करायी है शव निकालने की वीडियोग्राफी
पुलिस ने शव निकलाने की वीडियोग्राफी करायी है। वीडियोग्राफी में शव का चेहरा नहीं दिख रहा है लेकिन शरीर काफी हद तक ठीक लग रहा था जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि शव अधिक खराब नहीं हुआ होगा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों को खुलासा हो जायेगा। फिलहाल सभी की निगाहे डा. रफी की पोस्टमार्टम पर लगी हुई है जिसके बाद ही पता चलेगा कि डिप्टी सीएमओ की हत्या हुई थी या मौत।
यह भी पढ़े:-बसपा सांसद अतुल राय को कोर्ट ने फिर दिया झटका, कहा सभी के लिए बराबर है कानून
पुलिस ने शव निकलाने की वीडियोग्राफी करायी है। वीडियोग्राफी में शव का चेहरा नहीं दिख रहा है लेकिन शरीर काफी हद तक ठीक लग रहा था जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि शव अधिक खराब नहीं हुआ होगा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों को खुलासा हो जायेगा। फिलहाल सभी की निगाहे डा. रफी की पोस्टमार्टम पर लगी हुई है जिसके बाद ही पता चलेगा कि डिप्टी सीएमओ की हत्या हुई थी या मौत।
यह भी पढ़े:-बसपा सांसद अतुल राय को कोर्ट ने फिर दिया झटका, कहा सभी के लिए बराबर है कानून