एसपीआरए एमपी सिंह ने बताया कि चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय निवासी दीपक जायसवाल प्रापर्टी डीलर का काम करता है। वह नई दिल्ली के पंचशील बिहार मालवीय नगर में रहता था। वर्ष 2017 में धोखाधड़ी के एक मामले में दीपक को जेल जाना पड़ा था और जेल में ही उसकी दोस्ती गाजीपुर के थाना खानपुर के विजय भारती से हुई थी। बाद में रिहा होने के बाद दीपक दिल्ली रहता था। इसी बीच विजय ने उससे सम्पर्क किया और कहा कि उसके पास बहुत सोना व सैकड़ों करोड़ रुपये है जिसे वह दिल्ली में बड़ी प्रापर्टी खरीदना चाहता था। लालच में पड़ कर वह फ्लाइट से 14 दिसम्बर को बाबतपुर आया था। इसके बाद उसकी मुलाकात विजय भारती से हुई थी। बनारस में ही एक होटल में प्रापर्टी डीलर रुका और दूसरे दिन बदमाशों ने उसे शहर में घुमाया और बाबा काल भैरव ले जाकर दर्शन कराया। दूसरे दिन सड़क मार्ग से दिल्ली जाने की बात हुई थी। अगले दिन स्कार्पियो से सभी नई दिल्ली के लिए रवाना हो गये। अभी वह प्रतापगढ़ पहुंचे थे कि एक बदमाश ने कहा कि स्कूल का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है और उसके बच्चे घायल हो गये हैं इसलिए उन्हें वापस आना होगा। इसके सभी वापस होने लगे। सुल्तानपुर से जौनपुर के बीच बदमाशों ने दीपक को असलहा सटा दिया और उसे चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित महाकालेश्वर मंदिर के तहखाने में ले जाकर बंद कर दिया। प्रापर्टी डीलर पर नजर रखने के लिए शिप्ट में वहां बदमाशों की ड्यूटी लगायी गयी थी।
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प्रापर्टी डीलर के काम आया लाइटर, ऐसी बची जान
प्रापर्टी डीलर के पास लाइटर था जिसे जला कर उसने हाथ की रस्सी जलायी। इसके बाद किसी तरह से कमरे से बाहर निकला। संजोग अच्छा था कि कमरे के बाहर कोई बदमाश नहीं था वहां पर एक मोबाइल चार्जिंग में लगा था। प्रापर्टी डीलर दीपक ने मोबाइल ने पहले परिजनों से बात कर सारी जानकारी दी। इसके बाद 112 नम्बर पर फोन कर खुद को बंधक बनाये जाने की बात बतायी। पुलिस को वह लोकेशन नहीं बता पाया था। 112 ने पुलिस को सूचना दी और तुंरत ही फोन आये नम्बर को सर्विलांस पर डाल कर उसका लोकेशन लिया गया। व्यापारी ने फोन करने के बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया था। लोकेशन मिलने पर पहुंची पुलिस ने मुठभेड़ के बाद प्रापर्टी डीलर को मुक्त कराया। पुलिस ने मौके से निवास यादव, निवासी थाना चौबेपुर को पकड़ा। उसके पास से .३२ बोर की पिस्टल, ९ जिंदा कारतूस, मोबाइल, होंडा अमेज कार भी बरामद हुई है। पुलिस के अनुसार इस मामले का मास्टर माइंड विजय भारती, संतोष कुमार निवासी चंदौली, सरदार यादव, बसंत निवासी चंदौली व सर्वेश सिंह फरार है। जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा। पुलिस के अनुसार बदमाश करोड़ों की फिरौती मांगने की तैयारी में थे और मौका मिलने पर प्रापर्टी डीलर की जान भी ले सकते थे।
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प्रापर्टी डीलर के पास लाइटर था जिसे जला कर उसने हाथ की रस्सी जलायी। इसके बाद किसी तरह से कमरे से बाहर निकला। संजोग अच्छा था कि कमरे के बाहर कोई बदमाश नहीं था वहां पर एक मोबाइल चार्जिंग में लगा था। प्रापर्टी डीलर दीपक ने मोबाइल ने पहले परिजनों से बात कर सारी जानकारी दी। इसके बाद 112 नम्बर पर फोन कर खुद को बंधक बनाये जाने की बात बतायी। पुलिस को वह लोकेशन नहीं बता पाया था। 112 ने पुलिस को सूचना दी और तुंरत ही फोन आये नम्बर को सर्विलांस पर डाल कर उसका लोकेशन लिया गया। व्यापारी ने फोन करने के बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया था। लोकेशन मिलने पर पहुंची पुलिस ने मुठभेड़ के बाद प्रापर्टी डीलर को मुक्त कराया। पुलिस ने मौके से निवास यादव, निवासी थाना चौबेपुर को पकड़ा। उसके पास से .३२ बोर की पिस्टल, ९ जिंदा कारतूस, मोबाइल, होंडा अमेज कार भी बरामद हुई है। पुलिस के अनुसार इस मामले का मास्टर माइंड विजय भारती, संतोष कुमार निवासी चंदौली, सरदार यादव, बसंत निवासी चंदौली व सर्वेश सिंह फरार है। जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा। पुलिस के अनुसार बदमाश करोड़ों की फिरौती मांगने की तैयारी में थे और मौका मिलने पर प्रापर्टी डीलर की जान भी ले सकते थे।
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