यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने ही बाहुबली मुख्तार अंसारी के खास माने जाने वाले अतुल राय के खिलाफ बनारस के लंका थाने में रेप का मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद से अतुल राय की गिरफ्तारी के लिए लंका पुलिस लगातार दबिश डाल रही है। अतुल राय प्रकरण पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी बयान दिया था और कहा था कि उनकी पार्टी महिलाओं की इज्जत करती है लेकिन अतुल राय प्रकरण में बीजेपी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। अखिलेश यादव व मायावती गठबंधन से प्रत्याशी बने अतुल राय इन दिनों भूमिगत हो चुके हैं। घोसी संसदीय सीट पर 19 मई को मतदान होना है और अतुल राय चाहते हैं कि मतदान से पहले उन्हें कोर्ट से अग्रिम जमानत मिले। इससे वह अपने क्षेत्र में प्रचार कर सके। फिलहाल पुलिस ने नोटिस जारी करके अतुल राय की दिक्कतों को बढ़ा दिया है अब १७ मई को सुप्रीम कोर्ट ही इस मामले में फैसला करेगा।
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अतुल राय ने कहा था कि मुझे फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है
अतुल राय ने रेप के आरोपों से इंकार किया था और कहा था कि उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है। अतुल राय लगातार रेप के आरोपों से इंकार करते रहे हैं। दूसरी तरफ मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद लंका पुलिस पूरी तरह हरकत में आ गयी है। काफी छापेमारी के बाद भी जब अतुल राय पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े तो लुक आउट नोटिस जारी किया गया। पुलिस को शक है कि अतुल राय गिरफ्तारी से बचने के लिए मलेशिया या अन्य किसी देश में भाग सकते हैं। 19 मई को होने वाले मतदान के लिए 17 मई की शाम को चुनाव प्रचार बंद हो जायेगा। इसी दिन सुप्रीम कोर्ट भी अतुल राय की जमानत पर निर्णय करेगा। यदि अतुल राय को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो उनका जेल जाना तय है यदि राहत मिल जाती है तो भी चुनाव प्रचार के लिए अधिक समय नहीं मिलेगा। दूसरी तरफ पुलिस ने अतुल राय को गिरफ्तार करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
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अतुल राय ने रेप के आरोपों से इंकार किया था और कहा था कि उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है। अतुल राय लगातार रेप के आरोपों से इंकार करते रहे हैं। दूसरी तरफ मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद लंका पुलिस पूरी तरह हरकत में आ गयी है। काफी छापेमारी के बाद भी जब अतुल राय पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े तो लुक आउट नोटिस जारी किया गया। पुलिस को शक है कि अतुल राय गिरफ्तारी से बचने के लिए मलेशिया या अन्य किसी देश में भाग सकते हैं। 19 मई को होने वाले मतदान के लिए 17 मई की शाम को चुनाव प्रचार बंद हो जायेगा। इसी दिन सुप्रीम कोर्ट भी अतुल राय की जमानत पर निर्णय करेगा। यदि अतुल राय को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो उनका जेल जाना तय है यदि राहत मिल जाती है तो भी चुनाव प्रचार के लिए अधिक समय नहीं मिलेगा। दूसरी तरफ पुलिस ने अतुल राय को गिरफ्तार करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
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