पिछले दिनों वाणिज्यिक साइट पर संसदीय कार्यालय को बेचने का विज्ञापन जारी होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। पीएमओ की कीमत साढ़े सात करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी। मुख्य आरोपित लक्ष्मीकांत ओझा ने ही इसे पोस्ट किया था।विज्ञापन में पीएम संसदीय कार्यालय के चार फोटो भी पोस्ट किए गए थे। इसके अलावा पोस्ट में भवन का स्पेस एरिया 6500 स्क्वाएर फिट बताया गया था। मुख्य आरोपित लक्ष्मीकांत ओझा नियामतबाद, अलीनगर में दिव्यांग बच्चों के स्कूल का अध्यापक है। उधर, मामले की जानकारी होते ही एसएसपी अमित पाठक ने तत्काल ही इस विज्ञापन को साइट से हटवा दिया।
विज्ञापन में दिया गलत पता साचिशकर्ताओं ने पीएमओ का इश्तिहार तो दे डाला लेकिन उसमें पता गलत बताया। वाराणसी में पीएम मोदी का कार्यालय गुरुधाम कालोनी में है जबकि विज्ञापन में कार्यालय का पता कृष्ण देव नगर बताया गया था।