देश में फिर से पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार आने वाली है ऐसे में इसका सबसे अधिक फायदा बनारस को हो सकता है। यहां पर कई प्रोजेक्ट पहले से चल रहे हैं जिनकी रफ्तार अब बढऩा तय है। इसके अतिरिक्त स्मार्ट सिटी का काम भी बनारस में अब तेज हो जायेगा। केन्द्र व यूपी में दोनों में ही बीजेपी सरकार है इसलिए बनारस के विकास को अब पंख लगना तय है।
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बुलेट ट्रेन की सौगात
बनारस को मिल सकती है बुलेट ट्रेन की सौगात
पीएम नरेन्द्र मोदी ने ही मुम्बई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरीडोर की शुरूआत की है जो 2022 तक पूरी हो सकती है। बनारस से नई दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन की परियोजना पाइप लाइन में है पहले माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले ही इसकी घोषणा हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब चुनाव परिणाम आ चुके हैं और पाइप लाइन में पड़े इस प्रस्ताव पर अमल हो सकता है।
बनारस को मिल सकती है बुलेट ट्रेन की सौगात
पीएम नरेन्द्र मोदी ने ही मुम्बई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरीडोर की शुरूआत की है जो 2022 तक पूरी हो सकती है। बनारस से नई दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन की परियोजना पाइप लाइन में है पहले माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले ही इसकी घोषणा हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब चुनाव परिणाम आ चुके हैं और पाइप लाइन में पड़े इस प्रस्ताव पर अमल हो सकता है।
जमीन पर उतरेगा मेट्रो का डीपीआर
बनारस में मेट्रो ट्रेन चलाने की कवायद कई साल से हो रही है। सपा सरकार के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने भी बनारस में मेट्रो चलाने की बात कही थी इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने काशी को मेट्रो की सौगात देने का वायदा किया है। मेट्रो की डीपीआर कई बार बन चुकी है, जिस पर शासन अपनी मुहर भी लगा चुका है। यूपी में लोकसभा चुनाव 2022 को देखते हुए बनारस में मेट्रो का काम शुरू होने की पूरी संभावना है।
बनारस में मेट्रो ट्रेन चलाने की कवायद कई साल से हो रही है। सपा सरकार के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने भी बनारस में मेट्रो चलाने की बात कही थी इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने काशी को मेट्रो की सौगात देने का वायदा किया है। मेट्रो की डीपीआर कई बार बन चुकी है, जिस पर शासन अपनी मुहर भी लगा चुका है। यूपी में लोकसभा चुनाव 2022 को देखते हुए बनारस में मेट्रो का काम शुरू होने की पूरी संभावना है।
काशी विश्वनाथ धाम का दिखेगा स्वरुप
पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम का अब स्वरुप दिखने लगेगा। कांग्रेस ने इस योजना का सबसे अधिक विरोध किया था और माना जा रहा था कि बीजेपी सकार सत्ता में वापसी नहीं करती है तो इस योजना पर ग्रहण लग सकता था लेकिन अब बीजेपी सरकार ने सत्ता में वापसी में हो गयी है इसलिए दो साल में काशी विश्वनाथ धाम का स्वरुप दिखने लगेगा।
पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम का अब स्वरुप दिखने लगेगा। कांग्रेस ने इस योजना का सबसे अधिक विरोध किया था और माना जा रहा था कि बीजेपी सकार सत्ता में वापसी नहीं करती है तो इस योजना पर ग्रहण लग सकता था लेकिन अब बीजेपी सरकार ने सत्ता में वापसी में हो गयी है इसलिए दो साल में काशी विश्वनाथ धाम का स्वरुप दिखने लगेगा।
शहर के बड़े हिस्से को आईपीडीए की सौगात
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र के पहले कार्यकाल में शहर के एक हिस्से को भूमिगत विद्युत तार (आईपीडीएस) की सौगात दी थी उसके बाद दूसरे चरण में शहर के दूसरे बड़े हिस्से के बिजली के तार भूमिगत होने है। यह काम अभी रुका हुआ था लेकिन अब शुरू हो जायेगा। देश की सांस्कृतिक व विश्व की सबसे पुराने शहर से जब विद्युत के तार हट जायेंगे तो उसकी तस्वीर ही बदल जायेगी।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र के पहले कार्यकाल में शहर के एक हिस्से को भूमिगत विद्युत तार (आईपीडीएस) की सौगात दी थी उसके बाद दूसरे चरण में शहर के दूसरे बड़े हिस्से के बिजली के तार भूमिगत होने है। यह काम अभी रुका हुआ था लेकिन अब शुरू हो जायेगा। देश की सांस्कृतिक व विश्व की सबसे पुराने शहर से जब विद्युत के तार हट जायेंगे तो उसकी तस्वीर ही बदल जायेगी।
काम करने लगेंगे एसटीपी, गंगा में नहीं गिरेगा नाला
पीएम नरेन्द्र मोदी ने बनारस में गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कराया है जो पूरी क्षमता के साथ नहीं चल पा रहा है। पीएम मोदी दूसरे कार्यकाल में एसटीपी से शहर के बड़े नाले जुड़ जायेंगे। इसके बाद गंगा में मलजल नहीं गिरेगा ओर गंगा अधिक स्वच्छ होगी।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने बनारस में गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कराया है जो पूरी क्षमता के साथ नहीं चल पा रहा है। पीएम मोदी दूसरे कार्यकाल में एसटीपी से शहर के बड़े नाले जुड़ जायेंगे। इसके बाद गंगा में मलजल नहीं गिरेगा ओर गंगा अधिक स्वच्छ होगी।
सी प्लेन व बनारस से बांग्लादेश तक जलपरिवहन
पीएम नरेन्द्र मोदी के चलते ही बनारस से हल्दिया तक जल परिवहन शुरू हुआ है देश में पहली बार बनारस में ही जल परिवहन की सुविधा मिली हुई है। गंगा से प्रयागराज के बीच सी प्लेन व गंगा से हल्दिया होते हुए बांग्लादेश जाने की सुविधा भी शुरू होने वाली है। चुनाव के चलते सी प्लेन का काम नहीं हो पाया था लेकिन अब सी प्लेन के साथ गंगा से बांग्लादेश के बीच जल परिवहन शुरू हो जायेगा।
पीएम नरेन्द्र मोदी के चलते ही बनारस से हल्दिया तक जल परिवहन शुरू हुआ है देश में पहली बार बनारस में ही जल परिवहन की सुविधा मिली हुई है। गंगा से प्रयागराज के बीच सी प्लेन व गंगा से हल्दिया होते हुए बांग्लादेश जाने की सुविधा भी शुरू होने वाली है। चुनाव के चलते सी प्लेन का काम नहीं हो पाया था लेकिन अब सी प्लेन के साथ गंगा से बांग्लादेश के बीच जल परिवहन शुरू हो जायेगा।