पीएम नरेन्द्र मोदी के सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में से एक रामनगर में बनने वाला फ्रेट विलेज है जो एशिया में अपने तरह का अनोखा प्रोजेक्ट है। जमीन अधिग्रहण में देरी के चलते यह योजना लेटलतीफी का शिकार हो रही है। योजना के पूरी हो जाने के बाद पूर्वांचल को बड़ा फायदा मिलता। एक ही जगह से सारे प्रोडेक्ट को ट्रेन, सड़क व जलपरिवहन से दूसरी जगह भेजना संभव होगा। फ्रेट विलेज में प्रोडेक्ट को रखने की सुविधा के साथ उनकी पैकिंग आदि की भी सहुलियत मिलती। पीएम मोदी ने भले ही हरी झंडी दिखा कर बनारस से हल्दिया से जल परिवहन शुरू कर दिया है लेकिन साल भर से अधिक का समय बीत गया है इसके बाद भी जल परिवहन सही ढंग से शुरू नहीं हुआ है। गंगा में कू्रज चलाना व सी प्लेन उतारने की योजना भी पूरी नहीं हो पायी है।
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फुलवरिया फोरलेन का काम भी देरी का हुआ शिकार
बनारस की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम है। जनता को निजात दिलाने के लिए फुलवरिया फोरलेन का निर्माण शुरू किया गया है जो देरी का शिकार हो चुका है। इसके अतिरिक्त बनारस को पूर्वांचल के अन्य जिलों से जोडऩे वाले हाईवे का काम भी सुस्त रफ्तार में चल रहा है। गंगा में फेरी सर्विस की शुरूआत, सभी एसटीपी का निर्माण आदि ऐसी योजना है जो समय से पूरी होती तो शहर की तस्वीर बदल जाती।
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