पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए क्या किया? इसको 5 पॉइंट्स में समझ सकते हैं- 7 जुलाई 2023, सावन का महीना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन को वाराणसी आए थे। अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से बात शुरू की तो बोले- अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई…’ काशी के लोग सब संभाल लेंगे। आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है।
23 फरवरी 2024 प्रधानमंत्री मोदी दो दिन के दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा, “महामना के इस प्रांगण में युवा विद्वानों के बीच आकर ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाने जैसा अनुभव हो रहा है। काशी समय से भी अधिक प्राचीन कही जाती है। इसकी पहचान को हमारी आधुनिक युवा पीढ़ी इतनी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है, ये दृश्य हृदय में संतोष भर देता है और ये विश्वास दिलाता है कि अमृत काल में आप सब देश को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में काशी में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
आचार संहिता लागू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी 22 और 23 फरवरी 2024 को 43वीं बार वाराणसी पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने वाराणसी के विकास के लिए करीब 14 हजार करोड़ रुपए की सौगात दी। करखियाव अमूल प्लांट भी इसमें शामिल है। इस प्लांट से पूर्वांचल के 12-14 जिलों के किसानों को सीधे तौर पर फायदा होगा।
इसी साल 23 फरवरी को PM मोदी वाराणसी पहुंचे तो जनता से संवाद के दौरान उन्होंने कहा है कि काशी के धरती पर एक बार फिर आप लोगों के बीच आने का मौका मिला है। जब तक बनारस नहीं आता तब तक मेरा मन नहीं मानता है। 10 साल पहले आप लोगों ने वाराणसी का सांसद बनाया। अब 10 साल में बनारस ने हमें बनारसी बना दिया।
19 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने देश की पहली वंदे भारत ट्रेन वाराणसी को सौंपी जो वाराणसी से दिल्ली तक की यात्रा पूरी करवाती है। टाइमिंग के इशू को देखते हुए प्रधानमंत्री ने इसी रूट पर एक और यानी वाराणसी से दिल्ली के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत 19 दिसंबर 2023 को की।