पीएम मोदी ने पशुपालन पर फोकस करने
पीएम ने कहा- हमारे यहां गाय और गोधन की बात करने को कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है। हमारे लिए गाय हमारी माता के रूप में पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ लोगों की आजीविका इसी पशुधन से चलती है।
पीएम ने कहा- हमारे यहां गाय और गोधन की बात करने को कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है। हमारे लिए गाय हमारी माता के रूप में पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ लोगों की आजीविका इसी पशुधन से चलती है।
देश भर में 8 लाख करोड़ रु का इनकम सिर्फ दूध से होती है
पीएम मोदी ने कहा कि हर साल आठ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का दूध-उत्पादन होता है। पशुपालकों की ये इनकम गेहूं और चावल के उत्पादन से भी ज्यादा है। आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण की जयंती है। उनकी स्मृति में देश किसान दिवस मना रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हर साल आठ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का दूध-उत्पादन होता है। पशुपालकों की ये इनकम गेहूं और चावल के उत्पादन से भी ज्यादा है। आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण की जयंती है। उनकी स्मृति में देश किसान दिवस मना रहा है।
बायोडीजल प्लांट से खाद बनेगी बढ़ेगी इनकम
पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में अब बायो डीजल प्लांट लगाने की योजना पर काम हो रहा है। जिससे किसान न केवल दूध से बल्कि गोबर से भी कमाई कर पाएंगे। दूध से भी ज्यादा पैसा गोबर से भी इनकम हो सकेगी। बायो गैस प्लांट से खाद बनेगी और काफी कम कीमत में किसानों को मिलेगी। देश में समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता जा रहा है। केमिकल का इस्तेमाल बढ़ रहा है। जिससे धरती उगने वाली अच्छी क्वालिटी की फसल पर भी असर होगा। इसीलिए हमें प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना ही होगा। आज किसान दिवस पर किसानों से आग्रह है कि वह प्राकृतिक खेती की ओर आगे बढ़ें।
पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में अब बायो डीजल प्लांट लगाने की योजना पर काम हो रहा है। जिससे किसान न केवल दूध से बल्कि गोबर से भी कमाई कर पाएंगे। दूध से भी ज्यादा पैसा गोबर से भी इनकम हो सकेगी। बायो गैस प्लांट से खाद बनेगी और काफी कम कीमत में किसानों को मिलेगी। देश में समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता जा रहा है। केमिकल का इस्तेमाल बढ़ रहा है। जिससे धरती उगने वाली अच्छी क्वालिटी की फसल पर भी असर होगा। इसीलिए हमें प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना ही होगा। आज किसान दिवस पर किसानों से आग्रह है कि वह प्राकृतिक खेती की ओर आगे बढ़ें।
बनारस से होगा पूर्वाञ्चल को लाभ
बनारस डेयरी प्लांट जब तैयार हो जाएगा, तो पूरा बनारस और उसके आसपास के जिलों के लाखों किसानों को फायदा होगा। यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानी, बनारस की लस्सी और छेने की एक से बढ़कर एक मिठाइयां और लौंगलता इन सबका स्वाद और बढ़ जाएगा। वैसे अब तो मलाई का मौसम भी आ ही गया है।
बनारस डेयरी प्लांट जब तैयार हो जाएगा, तो पूरा बनारस और उसके आसपास के जिलों के लाखों किसानों को फायदा होगा। यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानी, बनारस की लस्सी और छेने की एक से बढ़कर एक मिठाइयां और लौंगलता इन सबका स्वाद और बढ़ जाएगा। वैसे अब तो मलाई का मौसम भी आ ही गया है।
फूड पार्क के साथ डेयरी को मिला 475 करोड़
पीएम मोदी ने प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों के साथ साथ काशी में डेयरी स्पेशल आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होने यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के ज़रिए बनाए जा रहे फूड पार्क जो कि कारखियां में तैयार हो रहा उसे किसानों के लिए मील का पत्थर बताया। वहीं इस बार उन्होने फूड पार्क के साथ साथ वाराणसी में ‘बनास डेयरी संकुल’ की आधारशिला भी रखी। जिसे 30 एकड़ में बनाया जा रहा है। डेयरी का निर्माण लगभग 475 करोड़ रुपये से किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों के साथ साथ काशी में डेयरी स्पेशल आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होने यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के ज़रिए बनाए जा रहे फूड पार्क जो कि कारखियां में तैयार हो रहा उसे किसानों के लिए मील का पत्थर बताया। वहीं इस बार उन्होने फूड पार्क के साथ साथ वाराणसी में ‘बनास डेयरी संकुल’ की आधारशिला भी रखी। जिसे 30 एकड़ में बनाया जा रहा है। डेयरी का निर्माण लगभग 475 करोड़ रुपये से किया जा रहा है।
1 लाख 70 हज़ार से ज्यादा किसानों को मिलेगा डायरेक्ट लाभ पीएम मोदी ने कहा कि हर रोज़ इस डेयरी से 5 लाख लीटर दूध के प्रसंस्करण की सुविधा होगी। इस डेयरी से हर रोज़ 1 लाख 70 हज़ार से ज्यादा पशुपालकों के जुडने की बात कही। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ संयंत्र, रामनगर, वाराणसी के लिए बायोगैस आधारित विद्युत उत्पादन संयंत्र की आधारशिला भी रखी। इस बायो गैस से भी सीधे किसानों को ही लाभ होना बताया है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की मदद से भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा विकसित दुग्ध उत्पादों की अनुरूपता आकलन योजना को समर्पित एक पोर्टल और लोगो लॉन्च किया।
आंकड़ों की बात करें तो यूपी टॉप पर 2019 के अनुसार एक आंकड़े के अनुसार उत्तर प्रदेश में 16.3% से 30.52 एमएमटी उत्पादन रहा है। दूसरे स्थान पर राजस्थान 12.6% से 23.69 एमएमटी उत्पादन के साथ बना हुआ है।
तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश 8.5% से 15.91 एमएमटी है। चौथे स्थान पर आंध्र प्रदेश (8%, 15.04 एमएमटी) साथ में गुजरात (7.7%, 14.49 एमएमटी) पर बनें हुए हैं।