देश को छिपी प्रतिभा दिखाने का मौका बीएचयू सोशल साइंस के डीन प्रोफेसर केके मिश्रा ने कहा कि यह सम्मान राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पीठ की मॉनिटरिंग कमेटी ने नाम तय करने वालों की समिति बनाई है।समिति वाराणसी के 75 राष्ट्र नायकों की खोज करेगी। उनकी खोज में उस व्यक्ति का आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, संगीत, कला, साहित्य आदि सारे क्षेत्रों में किए गए योगदान को काउंट किया जाएगा। सम्मानित होने वाले सभी अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे। उन्होंने कहा कि ये सभी ऐसे नाम होंगे, जिनके बारे में किसी को कुछ नहीं पता होगा लेकिन सामाजिक मदद के नाम पर तल्लीन होकर अपने काम में लगे रहते हैं। इनके बारे में न तो मीडिया में चर्चा और न ही सोशल मीडिया पर एक्टिविटी दिखती है। ऐसे लोग जो नेक काम पर्दे के पीछे रह कर करते हैं उन्हें समाज के सामने प्रस्तुत कर इनकी छिपी प्रतिभा को देश के सामने लाया जाएगा। इन्हें कोई धनराशि नहीं दी जाएगी। मगर जो लोग सम्मानित होंगे, वे अपनी कला और प्रतिभा को प्रदर्शित करेंगे।