खेम सिंह की मां ने क्या कहा ?
“भैंस बेचकर पढ़ने के लिए फीस भरी थी, आज मुझे उसकी लाश मिली है। एक मां न्याय चाहती है।” ये कह रही हैं मृतक नर्सिंग स्टाफ खेम सिंह की मां। अपनी जिंदगी में हजारों जद्दोजहद के बाद इस मां ने अपने बच्चे को पढ़ाया-लिखाया और काबिल बनाया। हॉस्पिटल प्रशासन की अनदेखी ने बस एक नर्सिंग स्टाफ खोया होगा लेकिन एक परिवार ने अपना घर चलाने वाला खो दिया है।धरने पर बैठे नर्सिंग स्टाफ
खेम सिंह की मृत्यु के बाद BHU में काम कर रहे सभी नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठ गए हैं। नर्सिंग स्टाफ की मांग है कि खेम सिंह के परिवार को एक सरकारी नौकरी के साथ -साथ पांच करोड़ नकद मुआवजे के रूप में दिया जाये। धरने के पहले दिन कुछ नर्सिंग स्टाफ ने काम किया और दूसरे दिन BHU के सभी नर्सिंग स्टाफ ने काम से बहिष्कार कर दिया। यह भी पढ़ें