चन्द्रग्रहण का असर काशी के प्रमुख मंदिरों पर भी पड़ेगा। 16 जुलाई को मंगलवार पड़ रहा है और इस दिन चन्द्रग्रहण के चलते संकट मोचन मंदिर का कपाट शाम 4.30 बजे की आरती के बाद बंद कर दिया जायेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चन्द्रग्रहण से पहले आरती कर मंदिर का कपाट बंद करने की परम्परा है जिसके कारण ही समय के कपाट बंद हो जायेंगे। बताते चले कि चन्द्रग्रहण का स्पर्श रात्रि 1.31 बजे होगा। मध्य तीन बजे एंव मोक्ष रात्रि में 4.30 बजे होगा। चन्द्रग्रहण लगने से 9घंटा पहले सूतक काल माना जाता है।
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चन्द्रग्रहण के बाद गंगा स्नान करने वालों की होती है भीड़, इस बार कांवरिये भी रहेंगे घाट पर
17 जुलाई से सावन आरंभ होने वाला है। बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी काशी में अभी से कांवरियों का आना शुरू हो गया है। चन्द्रग्रहण की रात पर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है और चन्द्रग्रहण के बाद सभी लोग गंगा स्नान करते हैं। इस बार सावन के चलते कांवरियों की अच्छी संख्या भी घाट पर मौजूद रहेगी। ऐसे में इस बार चन्द्रग्रहण के बाद गंगा स्नान करने वालों की संख्या में भारी इजाफा होना तय है।
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17 जुलाई से सावन आरंभ होने वाला है। बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी काशी में अभी से कांवरियों का आना शुरू हो गया है। चन्द्रग्रहण की रात पर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है और चन्द्रग्रहण के बाद सभी लोग गंगा स्नान करते हैं। इस बार सावन के चलते कांवरियों की अच्छी संख्या भी घाट पर मौजूद रहेगी। ऐसे में इस बार चन्द्रग्रहण के बाद गंगा स्नान करने वालों की संख्या में भारी इजाफा होना तय है।
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