तीन घंटे से ज्यादा समय तक होती रही गिनती दोपहर बाद शुरू हुई नोटों और सिक्कों की गिनती को लेकर क्षेत्र में काफी चर्चा रही। प्रशासनिक अधिकारियों के जिम्मेदारी में आधा दर्जन के करीब लोगों को रकम की गिनती करने और काउंटिंग पूरी करने में करीब तीन घंटों से अधिक का समय लग गया। जब नोटों की गड्डी बनने लगी तो सभी लोग हैरान रह गए। लोगों के बीच चर्चा इस बात की रही कि लाख रुपये से अधिक की रकम पास में रखी होने के बाद भी साधू भिक्षा मांगकर जीवन यापन करते थे। अंतिम समय में यह रकम भी उनके काम नहीं आ सकी। धन की गिनती के दौरान कहीं कोई कमी न रह जाए इसलिए जांच के दौरान बाबा के अनुयायी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही ग्रामीण और गणना करने वाले लोग भी मुस्तैद रहे।