पवन ने 2015 में चार वर्षीय बीटके धातुकीय अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया व बीटेक 9.18 सीपीआई के साथ उत्तीर्ण हुए। उन्होंने हमेशा ही शैक्षणिक कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। संस्थान दिवस पर धातुकीय अभियांत्रिकी विभाग में पोस्टर प्रस्तुति (खोजपरक परियोजना) में प्रथम पुरस्कार हासिल किया।
ये भी पढें- जानें IIT BHU की उस मेधावी छात्रा को जिसे मिलने वाला है प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल साई पवन ने खेलों के लिए पहल की और विभिन्न खेल समारोहों में संस्थान के लिए प्रशंसा पत्र प्राप्त किया। वह सत्र 2017-18 के दौरान नृत्य समूह, सांस्कृतिक परिषद के संयुक्त सचिव व सत्र 2018-19 में सांस्कृतिक परिषद के महासचिव बने। सांस्कृतिक गतिविधियों के संगठन काशी यात्रा 2019 के लिए पवन ने 7 समूहों और 300 से अधिक छात्रों की टीम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। वह वाराणसी वर्डफेस्ट 2019 के संस्थापक व आयोजन प्रमुख थे।
पवन साईं ने आंतरिक आईआईटी सांस्कृतिक बैठक 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बीएचयू का नेतृत्व किया। संस्थान के शताब्दी समारोह व वैश्विक पूर्व छात्र सम्मेलन 2019 के दौरान साई पवन कोर टीम के सदस्य रहे। उन्होने पैन आईआईटी सम्मेलन 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बीएचयू का प्रतिनिधित्व किया।
ये भी पढें- IIT BHU का 8वां दीक्षांत समारोहः श्रुति राजलक्ष्मी को प्रेसीडेंट्स तो साई पवन एसएन को निदेशक स्वर्ण पदक पाठ्यतर सह एवं अतिरिक्त पाठ्येतर गतिविधियों में अत्याधिक विश्वसनीय व सर्वांगीण प्रदर्शऩ के लिए उन्हें गांधी जुबली पदक से सम्मानित किया गया। उन्होने आंतरिक आईआईटी सांस्कृतिक बैठक 2017 में सिल्वर व ब्रांज मेडल जीता। वह नृत्य समूह और सांस्कृतिक परिषद में उत्कृष्ट कौशल व महत्वपूर्ण योगदान के लिए संस्थान जिमखाना द्वारा आईआईटी ब्लू के प्राप्तकर्ता भी हैं।
साई पवन एसएन को 2019 के सभी बीटेक स्नातकों के बीच उत्कृष्ट ऑल राउंड प्रदर्शऩ व उत्कृष्ट क्षमताओं, नेतृत्व गुणों के लिए निदेशक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा।