स्थानीय लोगों की माने तो भवन से सटे एक अन्य मकान को जेसीबी से तोड़ा जा रहा था इसके थोड़ी देर बाद ही महंत आवास का एक हिस्सा भरभराते हुए गिर गया। मलबे में लगभग 350 वर्ष पुराना रजत सिंहासन दबकर क्षतिग्रस्त हो गया है। रंगभरी एकादशी का मंच भी दब गया है। मकान गिरने की जानकारी मिलते ही वहां पर आस-पास के लोगों के साथ मंदिर से जुड़े व्यक्ति भी पहुंच गये और हादसे की जानकारी ली। महंत परिवार इन दिनों अपने आवास पर था और वसंत पंचमी पर बाबा के तिलकोत्सव की तैयारी में जुटा हुआ है। काशी विश्वनाथ मंदिर सहित आस-पास क्षेत्रों में काशी विश्वनाथ धाम का काम शुरू हुआ है। प्रशासन ने दर्जनों मकान का अधिग्रहण करके काशी विश्वनाथ धाम का काम शुरू हुआ है। प्रशासन ने महंत आवास का भी क्रय कर लिया है लेकिन महंत परिवार के अनरोध पर उन्हें होली तक रहने की मोहलत दी गयी है। फिलहाल मकान के एक हिस्से के गिरने के कारण की अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है।
यह भी पढ़े:-अंजुमन इंतजामिया मसाजिद ने कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद के पुरातात्विक सर्वेक्षण पर जतायी आपत्ति
यह भी पढ़े:-अंजुमन इंतजामिया मसाजिद ने कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद के पुरातात्विक सर्वेक्षण पर जतायी आपत्ति
मकर संक्रांति से शुरू हुआ है काम
काशी विश्वनाथ धाम का काम मक्रर संक्रांति से शुरू हुआ है। कार्यदायी संस्था को १८ माह के अंदर प्रोजेक्ट पूरा करके देना है। पहले ही कई मकान तोड़े जा चुके हैं और कुछ मकान बचे हुए हैं उनका मामला भी सुलझा कर प्रशासन उनका अधिग्रहण करने में लगा हुआ है।
यह भी पढ़े:-बनारस पहुंचे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस, Amazon के सीईओ ने करोबार की जानकारी ली
काशी विश्वनाथ धाम का काम मक्रर संक्रांति से शुरू हुआ है। कार्यदायी संस्था को १८ माह के अंदर प्रोजेक्ट पूरा करके देना है। पहले ही कई मकान तोड़े जा चुके हैं और कुछ मकान बचे हुए हैं उनका मामला भी सुलझा कर प्रशासन उनका अधिग्रहण करने में लगा हुआ है।
यह भी पढ़े:-बनारस पहुंचे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस, Amazon के सीईओ ने करोबार की जानकारी ली