ट्रायल का परिणाम अच्छा रहा मंदिर प्रशासन, जिला प्रशासन और एक कंपनी ने ट्रायल के रूप में एयर प्यूरीफायर लगाया तो देखा कि, मंदिर के आसपास की आबोहवा में काफी फर्क आया है। मंदिर क्षेत्र में लगाई गई मशीन पांच किमी क्षेत्र तक के धूल के कण सोख लेती है।
यह भी पढ़ें – अखिलेश से नाराज शिवपाल का ऐलान, प्रसपा अपने दम पर लड़ेगी निकाय चुनाव हेपा टेक्नोलॉजी पर होगा एयर प्यूरीफायर श्री काशी विश्वनाथ धाम में हेपा (हाई इफीशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) तकनीक पर आधारित एयर प्यूरीफायर लगाए जाएंगे। इस तकनीक का इस्तेमाल काफी वर्षों से हवा को साफ करने के लिए किया जा रहा है। हेपा फिल्टर 0.3 माइक्रोन से बड़े 99.97 से अधिक कणों को कैद करने में सक्षम हैं। मोल्ड और बैक्टीरिया को पकड़ पाने की वजह से यह फिल्टर अधिक स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हैं।
यह भी पढ़ें – विधान परिषद चुनाव : स्वामी प्रसाद से अधिक अमीर हैं उनकी पत्नी, अन्य उम्मीदवारों के बारे में जानें सर्वे हुआ अब प्यूरीफायर लगेगा – मंडलायुक्त मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया है कि, काशी विश्वनाथ धाम को पूरी तरह से कार्बन मुक्त करने के लिए सीएसआर फंड के तहत श्री काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में 12 स्थानों पर एयर प्यूरीफायर लगाए जा रहे हैं। सर्वे के बाद प्यूरीफायर लगाने का काम शुरू हो गया है।