मोक्षार्थियों को मिलेगी निःशुल्क सुविधा
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुमुक्षु भवन (वैद्यनाथ धाम) में आने वाले मोक्षार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन उनकी सुविधाओं का बराबर ध्यान रखा जाएगा। लेकिन यहां मोक्षार्थी के परिजन नहीं रुक सकेंगे। अलबत्ता उन्हें समय-समय पर मिलने के लिए आने की अनुमति होगी।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुमुक्षु भवन (वैद्यनाथ धाम) में आने वाले मोक्षार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन उनकी सुविधाओं का बराबर ध्यान रखा जाएगा। लेकिन यहां मोक्षार्थी के परिजन नहीं रुक सकेंगे। अलबत्ता उन्हें समय-समय पर मिलने के लिए आने की अनुमति होगी।
सभी मोक्षार्थियों को मिलेगा शुद्ध शाकाहारी भोजन श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुमुक्षु भवन में रहने वाले मोक्षार्थियों को शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा। सेहत की देखभाल के लिए नर्सिंग असिस्टेंट के तौर पर सेवादार हर पल तैयार रहेंगे। मोक्षार्थियों के लिए पूजा-पाठ, गंगा स्नान की व्यवस्था होगी। भजन-कीर्तन और समय-समय पर कथा श्रवण की व्यवस्था की जाएगी ताकि जीवन के ढलान पर उनका ध्यान धर्म-कर्म में लगा रहे।
ये भी पढें- श्री काशी विश्वनाध धाम का मुमुक्षु भवन तैयार, 20 अगस्त से आरंभ होगी बुकिंग, जानें क्या-क्या मिलेगी सुविधा… राजस्थान की सामाजिक संस्था करेगी मोक्षार्थियों की देखभाल श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुमुक्षु भवन में रहने वाले मोक्षार्थियों की देखभाल के लिए राजस्थान के उदयपुर की सामाजिक संस्था “तारा” को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्था के मैनेजर कोमुदी कांत आमेटा का कहना है कि सभी 40 बेड के साथ एक आलमारी का इंतजाम किया गया है। इसमें वो दवा तथा पूजन सामग्री रख सकेंगे।
ये भी पढें- मोक्ष नगरी काशी में एक और मुमुक्षु भवन नव संवत्सर में, जानें क्या होगी खासियत, मोक्षार्थियों को क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं… मोक्षार्थियों का स्वागत मंगलवार को चालू श्री काशी विश्वनाथ धाम में नवनिर्मित मुमुक्षु भवन के शुभारंभ के मौक पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने सविधि पूजन कर मुमुक्षु भवन का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग स्थानों से आए छह वृद्ध जनों का तिलक लगाकर और माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया।
मुुमुक्षु भवन में कुल 36 बेड शुभारंभ के दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि मोक्ष नगरी काशी के श्री काशी विश्वनाथ धाम में मुमुक्षु भवन का निर्माण कराया गया है। शुभारंभ के दिन छह अलग-अलग जगहों से लोग का काशीवास के लिए पधारे हैं। इस भवन की क्षमता 36 बेड की है जहां सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
ये रहे मौजूद इस मौके पर मंदिर के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्रा, अर्चक राजेश उपाध्याय और पंडित नीरज पांडय आदि मौजूद रह।