दो चरण में पूरे होंगे काम मंदिर का काम दो चरण में पूरा होगा। मंदिर की मूल संरचना से छेड़छाड़ नहीं की है, उसे वैसे ही रहने दिया है। मंदिर की भव्यता को बहाल करने के मंदिर परिसर का पुनर्गठन किया गया है। दूसरे चरण में जलासेन घाट और ललिता घाट से रैंप का निर्माण, एस्केलेटर, सांस्कृतिक केंद्र आदि का निर्माण किया जाना है। जलासेन घाट पर गंगा स्नान के बाद धाम में प्रवेश के लिए प्रस्तावित भव्य मुख्य द्वार का निर्माण किया जाना है। दूसरे चरण का निर्माण कार्य 60 करोड़ रुपये में पूरा होगा।
5.50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में से 70 फीसदी को हरियाली से ढका मंदिर के आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने कहा कि इसमें पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा का भी ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में काम किया है। जिसमें मंदिर की भव्यता को बहाल करने के मंदिर परिसर का पुनर्गठन किया गया है। साथ ही परियोजना के 5.50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में से लगभग 70 फीसदी को हरियाली से ढका जाएगा।