कैंट थाना क्षेत्र के हाशिमपुर निवासी प्रकाश मिश्रा उर्फ झन्ना पंडित बचपन से ही आपराधिक प्रवृत्ति का था। दूसरा श्रीप्रकाश शुक्ला बनने के लिए जरायम की दुनिया में कदम रख दिये। झुन्ना पंडित 15 साल की आयु से ही अपराध करने लगा था। पहला मुकदमा लूट का दर्ज हुआ था उसके बाद १६ साल की आयु में पहला कत्ल किया था। इसके बाद झुन्ना पंडित को दो बार बाल सुधार गृह में रखा गया था लेकिन वह सुधर नहीं और बाहर आने के बाद बड़ा बदमाश बनने के लिए ताबड़तोड़ अपराध करने लगा। साधारण परिवार में रहने वाला झुन्ना पंडित को माफिया बनने का ऐसा शौक चढ़ा है कि वह पुलिस के निशाने पर आ चुका है। झुन्ना के पिता छोटे ट्रांसपोर्टर है जबकि एक भाई पुरोहित है और दूसरा भाई घर पर ही रहता है जो झुन्ना की राह पर चलते हुए जमीन कब्जा करने का काम शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़े:-यहां पर पकड़ा गया एक लाख का इनामी बदमाश झुन्ना पंडित, एसटीएफ भी नहीं लगा पायी सुराग
यह भी पढ़े:-यहां पर पकड़ा गया एक लाख का इनामी बदमाश झुन्ना पंडित, एसटीएफ भी नहीं लगा पायी सुराग
बेहद शातिर है झुन्ना पंडित, वारदात में करता था बाइक का उपयोग, भागने के लिए हवाई सफर को देता था प्राथमिकता
झुन्ना पंडित बेहद शातिर अपराधी है। किसी वारदात को अंजाम देना होता था तो वह बाइक का प्रयोग करना पसंद करता था। घटना करने के बाद वह थोड़ी दूर बाइक से भागता था फिर बाइक छोड़ कर लग्जरी वाहन पर सवार हो जाता था इसके बाद आराम से हवाई जहाज से वह किसी अन्य राज्य में चला जाता था पुलिस उसकी तलाश में शहर भर में नाकेबंदी करती थी लेकिन वह आराम से उड़ कर निकल जाता था।
यह भी पढ़े:-BSF के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव जेल से हुए रिहा, पहली बार यहां दर्ज हुआ था मुकदमा
झुन्ना पंडित बेहद शातिर अपराधी है। किसी वारदात को अंजाम देना होता था तो वह बाइक का प्रयोग करना पसंद करता था। घटना करने के बाद वह थोड़ी दूर बाइक से भागता था फिर बाइक छोड़ कर लग्जरी वाहन पर सवार हो जाता था इसके बाद आराम से हवाई जहाज से वह किसी अन्य राज्य में चला जाता था पुलिस उसकी तलाश में शहर भर में नाकेबंदी करती थी लेकिन वह आराम से उड़ कर निकल जाता था।
यह भी पढ़े:-BSF के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव जेल से हुए रिहा, पहली बार यहां दर्ज हुआ था मुकदमा
जेनएयू में पढ़ती है झुन्ना पंडित की प्रेमिका, पुलिस कभी पकड़ नहीं पायी
झुन्ना पंडित पर कत्ल, रंगदारी समेत कुल 39 मुकदमे दर्ज हैं। कैंट, सारनाथ व शिवपुर में सबसे अधिक मुकदमे झुन्ना के नाम पर दर्ज है। झुन्ना खुद तो कक्षा ९ पास है लेकिन उसकी प्रेमिका जेएनयू में बढ़ती है और बनारस में दिव्यांग दिलीप की हत्या करने के बाद झुन्ना प्लेन से दिल्ली भी गया था जहां पर जेएनयू में पढऩे वाली प्रेमिका से मिलने गये थे लेकिन क्राइम ब्रांच व पुलिस को इसकी भनक लग गयी थी और वह भाग निकला था।
यह भी पढ़े:-मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद भी कायम है उसका खौफ, गैंग की डर से अधिकारी ने दूसरे जिले कराया तबादला
झुन्ना पंडित पर कत्ल, रंगदारी समेत कुल 39 मुकदमे दर्ज हैं। कैंट, सारनाथ व शिवपुर में सबसे अधिक मुकदमे झुन्ना के नाम पर दर्ज है। झुन्ना खुद तो कक्षा ९ पास है लेकिन उसकी प्रेमिका जेएनयू में बढ़ती है और बनारस में दिव्यांग दिलीप की हत्या करने के बाद झुन्ना प्लेन से दिल्ली भी गया था जहां पर जेएनयू में पढऩे वाली प्रेमिका से मिलने गये थे लेकिन क्राइम ब्रांच व पुलिस को इसकी भनक लग गयी थी और वह भाग निकला था।
यह भी पढ़े:-मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद भी कायम है उसका खौफ, गैंग की डर से अधिकारी ने दूसरे जिले कराया तबादला
पुलिस ने रखा था एक लाख का इनाम, पंजाब पुलिस ने की थी गिरफ्तारी
पाइव व्यवसायी धमेन्द्र गुप्ता व दिलीप की हत्या करने के बाद झुन्ना पंडित पर पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा था। पुलिस, क्राइम ब्रांच व एसटीएफ उसे खोज रही थी। इस बात की संभावना था कि यदि वह पुलिस के हत्थे चढ़ता तो एनकाउंटर में मारा जा सकता था इसलिए झुन्ना पंडित पर पूर्वांचल के एक बड़े नेता का हाथ है इसलिए वह पुलिस से बच निकलने में कामयाब रहा। चर्चा है कि पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए झुन्ना पंडित की पंजाब में दो पिस्टल के साथ गिरफ्तारी हुई है। बनारस पुलिस उसे वारंट बी के जरिए लायेगी। एक बात तो साबित हो गया है कि झुन्ना पंडित अब बड़ा बदमाश हो चुका है और बालिग हो जाने के बाद पुलिस उसे कभी पकड़ नहीं पायी है। झुन्ना पर एनकाउंटर का खौफ चढ़ता है तो चुपके से कोर्ट में सरेंडर कर देता है या फिर उसकी अन्य किसी राज्य में गिरफ्तारी हो जाती है।
यह भी पढ़े:-दुनिया के एकमात्र वकील जो संस्कृत भाषा में 41 साल से लड़ रहे मुकदमा, विरोधियों के पास नहीं होता जवाब
पाइव व्यवसायी धमेन्द्र गुप्ता व दिलीप की हत्या करने के बाद झुन्ना पंडित पर पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा था। पुलिस, क्राइम ब्रांच व एसटीएफ उसे खोज रही थी। इस बात की संभावना था कि यदि वह पुलिस के हत्थे चढ़ता तो एनकाउंटर में मारा जा सकता था इसलिए झुन्ना पंडित पर पूर्वांचल के एक बड़े नेता का हाथ है इसलिए वह पुलिस से बच निकलने में कामयाब रहा। चर्चा है कि पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए झुन्ना पंडित की पंजाब में दो पिस्टल के साथ गिरफ्तारी हुई है। बनारस पुलिस उसे वारंट बी के जरिए लायेगी। एक बात तो साबित हो गया है कि झुन्ना पंडित अब बड़ा बदमाश हो चुका है और बालिग हो जाने के बाद पुलिस उसे कभी पकड़ नहीं पायी है। झुन्ना पर एनकाउंटर का खौफ चढ़ता है तो चुपके से कोर्ट में सरेंडर कर देता है या फिर उसकी अन्य किसी राज्य में गिरफ्तारी हो जाती है।
यह भी पढ़े:-दुनिया के एकमात्र वकील जो संस्कृत भाषा में 41 साल से लड़ रहे मुकदमा, विरोधियों के पास नहीं होता जवाब